पटना: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दूसरे चरण के मतदान के बाद एग्जिट पोल के अनुमान सामने आ चुके हैं, लेकिन आरजेडी (RJD) नेता तेजस्वी यादव ने इन सभी सर्वेक्षणों को सिरे से खारिज कर दिया है। तेजस्वी ने कहा है कि इस बार जनता ने जिस तरह से मतदान किया है, उससे आरजेडी को ऐतिहासिक जीत मिलने वाली है, जो 1995 के रिकॉर्ड को भी तोड़ देगी।

तेजस्वी यादव ने मीडिया से बातचीत में कहा, “ये एग्जिट पोल नहीं, एक्जिट फेक है। जो लोग हमारे खिलाफ माहौल बनाने की कोशिश कर रहे हैं, उन्हें 18 नवंबर को जवाब मिलेगा। उस दिन मैं मुख्यमंत्री पद की शपथ लूंगा।”
1995 से बड़ी जीत का दावा
तेजस्वी यादव ने आत्मविश्वास से कहा कि जनता ने इस बार विकास, रोजगार और महंगाई जैसे असली मुद्दों पर वोट दिया है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार की सरकार ने 15 सालों में बिहार को सिर्फ वादे और भ्रम दिए हैं, जबकि आरजेडी ने अपने कार्यकाल में रोजगार और सामाजिक न्याय की दिशा में काम किया था।
उनके मुताबिक, “इस बार जनता ने जात-पात की राजनीति से ऊपर उठकर रोजगार और शिक्षा को मुद्दा बनाया है। युवाओं ने खुलकर हमारे पक्ष में मतदान किया है। हमें पूरा भरोसा है कि 1995 से भी बड़ी जीत हमारी होगी।”
एग्जिट पोल पर सवाल
लगभग सभी बड़े न्यूज चैनलों और एजेंसियों द्वारा जारी एग्जिट पोल में एनडीए को मामूली बढ़त दिखाई गई है, जबकि कुछ सर्वेक्षणों में महागठबंधन को प्रतिस्पर्धा में दिखाया गया है। इस पर तेजस्वी यादव ने तीखा प्रहार किया और कहा, “एग्जिट पोल अक्सर सत्ता पक्ष की मनोबल बढ़ाने की कोशिश होती है। लेकिन असली फैसला जनता का होता है, न कि स्टूडियो में बैठे एंकरों का।” उन्होंने आगे कहा कि बिहार की जनता अब पूरी तरह जागरूक है और किसी के प्रभाव में नहीं आने वाली। “18 नवंबर को नतीजे जब आएंगे, तो हर बिहारवासी गर्व से कहेगा कि बदलाव की शुरुआत हो चुकी है,” तेजस्वी ने कहा।
जनता से सीधा जुड़ाव बना हथियार
तेजस्वी यादव ने चुनाव प्रचार के दौरान लगभग हर जिले में रैली की और “परिवर्तन यात्रा” के तहत युवाओं, किसानों, महिलाओं और बेरोजगारों से सीधा संवाद किया। उन्होंने बेरोजगारी को सबसे बड़ा मुद्दा बताते हुए वादा किया था कि सरकार बनते ही 10 लाख सरकारी नौकरियां दी जाएंगी। उन्होंने कहा कि “हमारी सरकार बनते ही पहला फैसला रोजगार पर होगा। बिहार के युवाओं को अब बाहर नहीं जाना पड़ेगा। उद्योग लगेंगे, निवेश आएगा और शिक्षा व्यवस्था सुधरेगी।”
महागठबंधन में जोश
तेजस्वी यादव के इस बयान के बाद महागठबंधन के सभी घटक दलों में जोश दिखाई दे रहा है। कांग्रेस, वामदलों और छोटे क्षेत्रीय दलों ने तेजस्वी के नेतृत्व पर भरोसा जताया है। सूत्रों के मुताबिक, आरजेडी कार्यालय में संभावित जीत को लेकर रणनीति बैठकें भी शुरू हो गई हैं। महागठबंधन के नेताओं का मानना है कि एग्जिट पोल का असर केवल मीडिया तक सीमित रहेगा, जबकि ग्राउंड लेवल पर जनता का मूड पूरी तरह तेजस्वी के पक्ष में है।
एनडीए खेमे में सतर्कता
दूसरी ओर, एनडीए ने भी तेजस्वी के बयान पर प्रतिक्रिया दी है। जेडीयू नेताओं का कहना है कि “एग्जिट पोल जनता की नब्ज का संकेत देता है, और 18 नवंबर को नतीजे एनडीए के पक्ष में ही आएंगे।” हालांकि, बीजेपी और जेडीयू दोनों ही अब स्थिति पर कड़ी नजर रखे हुए हैं। एक वरिष्ठ एनडीए नेता ने कहा, “तेजस्वी यादव का दावा राजनीतिक आत्मविश्वास का परिणाम है, लेकिन हकीकत 18 नवंबर को सामने आएगी।”
शपथ ग्रहण को लेकर बढ़ी उत्सुकता
तेजस्वी यादव द्वारा “18 नवंबर को शपथ लेने” का दावा करने के बाद अब बिहार की राजनीतिक गलियों में हलचल तेज हो गई है। आरजेडी के कार्यकर्ता पहले से ही पटना में पार्टी कार्यालय को सजाने की तैयारी में जुटे हैं। सोशल मीडिया पर भी “#TejashwiCM2025” ट्रेंड करने लगा है। तेजस्वी के करीबी सूत्रों ने बताया कि पार्टी ने पटना में संभावित शपथ ग्रहण समारोह के लिए कुछ स्थानों का चयन भी कर लिया है, जिसमें गांधी मैदान और राजभवन परिसर के नाम सामने आए हैं।
जनता का रुझान और अंतिम परिणाम
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि तेजस्वी यादव का आत्मविश्वास युवाओं और ग्रामीण मतदाताओं के समर्थन पर आधारित है। इस चुनाव में लगभग 65% से अधिक मतदान हुआ, जिसमें महिलाओं की भागीदारी भी उल्लेखनीय रही। कई राजनीतिक पर्यवेक्षक मानते हैं कि इस बार मुकाबला बेहद करीबी रहेगा और निर्णायक भूमिका नए मतदाताओं की होगी।
क्या तेजस्वी यादव का दावा सच होगा?
18 नवंबर को जब चुनाव परिणाम आएंगे, तब तय होगा कि तेजस्वी यादव का दावा कितना सही साबित होता है। लेकिन इतना तो तय है कि बिहार की राजनीति में इस बार का चुनाव नई दिशा देने वाला साबित हो सकता है। तेजस्वी का आत्मविश्वास और जनता का उत्साह यह संकेत दे रहा है कि राज्य में सत्ता परिवर्तन की आंधी चल रही है — अब देखना यह होगा कि यह आंधी किसे अपने साथ ले जाती है और किसे पीछे छोड़ जाती है।
