
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले राजनीतिक माहौल तेजी से गरमा रहा है। इसी बीच राष्ट्रीय जनता दल (RJD) और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने महिलाओं को जोड़ने के लिए “महिला संवाद कार्यक्रम” की शुरुआत की। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महिलाओं की भागीदारी देखने को मिली। तेजस्वी यादव ने मंच से महिलाओं के अधिकार, शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और सुरक्षा को लेकर कई बड़े वादे किए। उन्होंने दावा किया कि बिहार में परिवर्तन की अगली लहर महिलाओं के नेतृत्व से ही उठेगी।
बिहार चुनाव 2025 और महिलाओं की भूमिका
बिहार की राजनीति में महिलाओं की भूमिका हमेशा से अहम रही है। पंचायत चुनाव से लेकर विधानसभा तक, महिला मतदाता निर्णायक भूमिका निभाते हैं। यही कारण है कि RJD ने इस बार महिलाओं को सीधे संवाद का हिस्सा बनाने का निर्णय लिया। पटना और आसपास के जिलों से आई हजारों महिलाओं ने इस कार्यक्रम में अपनी आवाज बुलंद की।
तेजस्वी यादव का महिलाओं को संदेश
तेजस्वी यादव ने अपने संबोधन में कहा,
“बिहार की बेटियां और बहनें आज भी रोजगार, सुरक्षा और शिक्षा के लिए संघर्ष कर रही हैं। हमारी सरकार बनी तो हम महिलाओं के लिए रोजगार सृजन, सुरक्षित माहौल और बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं सुनिश्चित करेंगे।”
उन्होंने यह भी जोड़ा कि RJD हमेशा सामाजिक न्याय और समानता के लिए लड़ती रही है। अब समय है कि महिलाओं को राजनीति और समाज में उनकी असली हिस्सेदारी मिले।
रोजगार और आरक्षण पर जोर
तेजस्वी यादव ने महिलाओं के लिए रोजगार योजनाओं की घोषणा का संकेत दिया। उन्होंने कहा कि सरकारी नौकरियों और संविदा पदों पर महिलाओं को प्राथमिकता दी जाएगी। साथ ही, पंचायत से लेकर विधानसभा तक महिलाओं को उचित प्रतिनिधित्व दिलाने का वादा किया।
महिला सुरक्षा पर बड़ा वादा
महिला संवाद कार्यक्रम में सबसे बड़ा मुद्दा सुरक्षा का रहा। तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार में कानून-व्यवस्था की स्थिति चिंताजनक है। महिलाओं के लिए सुरक्षित माहौल तैयार करना उनकी सरकार की प्राथमिकता होगी। उन्होंने “महिला सुरक्षा हेल्पलाइन”, “फास्ट ट्रैक कोर्ट” और “नारी शक्ति पुलिस बल” जैसे कदमों की बात की।
शिक्षा और स्वास्थ्य पर फोकस
तेजस्वी यादव ने कहा कि बेटियों की शिक्षा सबसे बड़ा निवेश है। उन्होंने वादा किया कि लड़कियों की पढ़ाई को प्रोत्साहित करने के लिए छात्रवृत्ति और निशुल्क शिक्षा योजनाओं का विस्तार किया जाएगा। इसके अलावा, मातृ स्वास्थ्य सेवाओं और ग्रामीण स्वास्थ्य केंद्रों को और मजबूत करने की भी बात कही।
महिलाओं की प्रतिक्रियाएँ
इस कार्यक्रम में शामिल हुई महिलाओं ने भी अपनी राय रखी। कई महिलाओं ने कहा कि उन्हें रोजगार और सुरक्षा की सबसे ज्यादा जरूरत है। एक महिला ने कहा –
“आज हमें अपने बच्चों की पढ़ाई और रोज़गार को लेकर चिंता है। अगर तेजस्वी यादव इन मुद्दों को हल करेंगे, तो हम निश्चित रूप से उनके साथ खड़े होंगे।”
राजनीतिक मायने
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि RJD का यह “महिला संवाद कार्यक्रम” आगामी विधानसभा चुनाव में बड़ा असर डाल सकता है। बिहार में महिला मतदाता की संख्या काफी बड़ी है और कई बार उन्होंने चुनावी नतीजों को प्रभावित किया है। तेजस्वी यादव का यह कदम महिलाओं को आकर्षित करने की दिशा में अहम माना जा रहा है।
सोशल मीडिया पर चर्चा
तेजस्वी यादव का यह लाइव कार्यक्रम सोशल मीडिया पर भी ट्रेंड करता रहा। ट्विटर (X), फेसबुक और यूट्यूब पर #MahilaSamvad और #TejashwiYadavLIVE हैशटैग के साथ हजारों पोस्ट किए गए। युवाओं और महिलाओं ने इसे सकारात्मक पहल बताया।
RJD का महिला संवाद कार्यक्रम बिहार की राजनीति में महिलाओं को केंद्र में लाने की एक बड़ी कोशिश है। तेजस्वी यादव ने अपने संबोधन से यह स्पष्ट कर दिया कि वे 2025 के चुनाव में महिला मतदाताओं को निर्णायक ताकत मानते हैं। आने वाले महीनों में यह देखने वाली बात होगी कि इस संवाद कार्यक्रम का असर जमीन पर कितना दिखाई देता है।