
जम्मू के गांधी नगर इलाके में रविवार को एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। एक तेज रफ्तार थार गाड़ी ने सड़क पार कर रहे एक बुजुर्ग को न केवल टक्कर मारी, बल्कि उन्हें रौंदने की कोशिश भी की। 65 वर्षीय कमल कांत दत्ता इस हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गए हैं और उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस वारदात से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है और आरोपी चालक अब भी फरार है।
घटना का विवरण:
घटना रविवार दोपहर की है, जब गांधी नगर में कमल कांत दत्ता नामक बुजुर्ग नागरिक अपने घर से कुछ ही दूरी पर स्थित एक दुकान की ओर जा रहे थे। तभी अचानक एक काले रंग की थार गाड़ी ने उन्हें जबरदस्त टक्कर मार दी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, टक्कर लगने के बाद भी गाड़ी नहीं रुकी, बल्कि चालक ने जानबूझकर वाहन को वापस घुमाकर बुजुर्ग को कुचलने की कोशिश की।
इस भयावह नज़ारे को देखकर मौके पर मौजूद लोग स्तब्ध रह गए। स्थानीय लोगों ने तुरंत घायल बुजुर्ग को उठाकर नजदीकी अस्पताल पहुंचाया। डॉक्टरों के मुताबिक कमल कांत की हालत नाजुक बनी हुई है और उन्हें गहन चिकित्सा कक्ष (ICU) में रखा गया है।
चालक की बर्बरता:
हैरान करने वाली बात यह है कि हादसे के बाद चालक ने न केवल वाहन नहीं रोका, बल्कि मौके पर मौजूद लोगों को गालियां भी दीं और वहां से फरार हो गया। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि चालक बेहद गुस्से में था और वह नशे में भी लग रहा था। कुछ लोगों ने गाड़ी का नंबर नोट करने की कोशिश की, लेकिन चालक ने इतनी तेज़ी से गाड़ी भगाई कि वह नंबर स्पष्ट नहीं हो सका।
इलाके में दहशत का माहौल:
यह वारदात गांधी नगर जैसे शांत और संभ्रांत माने जाने वाले इलाके में हुई, जिससे वहां के निवासी स्तब्ध हैं। लोगों का कहना है कि यह केवल एक हादसा नहीं बल्कि एक जानलेवा हमला है। कई लोगों ने इसे रोड रेज का मामला बताया है, जबकि कुछ स्थानीय निवासियों का मानना है कि यह घटना पूर्व नियोजित भी हो सकती है।
पुलिस जांच और सीसीटीवी फुटेज:
घटना की सूचना मिलते ही गांधी नगर थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी। इलाके की सीसीटीवी फुटेज खंगाली जा रही है ताकि वाहन और आरोपी चालक की पहचान की जा सके। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जल्द ही गाड़ी और चालक की पहचान कर ली जाएगी और सख्त कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ आईपीसी की धारा 307 (हत्या का प्रयास), 279 (लापरवाही से वाहन चलाना) और 504 (उकसाने हेतु गाली-गलौज) के तहत मामला दर्ज किया है।
स्थानीय लोगों में गुस्सा:
इस घटना से स्थानीय लोग काफी नाराज हैं। उनका कहना है कि गांधी नगर जैसे रिहायशी क्षेत्र में भारी और तेज़ रफ्तार वाहनों की आवाजाही पर कोई नियंत्रण नहीं है। लोगों ने इलाके में स्पीड ब्रेकर लगाने और चौराहों पर ट्रैफिक पुलिस की तैनाती की मांग की है।
स्थानीय पार्षद और समाजसेवी संगठनों ने भी इस घटना की कड़ी निंदा की है और आरोपी को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर सख्त सजा देने की मांग की है। सोशल मीडिया पर भी घटना को लेकर लोगों का आक्रोश देखा जा रहा है।
परिवार का दर्द:
कमल कांत दत्ता के परिवार पर जैसे दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। उनके बेटे ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “मेरे पिताजी कभी किसी से ऊंची आवाज़ में बात तक नहीं करते। वो बहुत सीधे-साधे इंसान हैं। जिस निर्दयता से उन्हें टक्कर मारी गई, वो सिर्फ हादसा नहीं, हत्या की कोशिश है।”
परिवार वालों का कहना है कि यदि समय रहते कोई कार्रवाई नहीं हुई, तो वे धरने पर बैठेंगे।
क्या कहती है कानून व्यवस्था?
सड़क हादसों में हत्या के इरादे से वाहन चलाना एक गंभीर अपराध माना जाता है। यदि पुलिस जांच में यह साबित हो गया कि चालक ने जानबूझकर यह हरकत की, तो उसे आजीवन कारावास तक की सजा हो सकती है।
पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि यदि किसी ने घटना का वीडियो या वाहन की तस्वीर ली है, तो उसे पुलिस के साथ साझा करें, जिससे आरोपी को जल्द पकड़ा जा सके।
गांधी नगर में हुई यह घटना न केवल एक बुजुर्ग की जिंदगी को खतरे में डाल गई, बल्कि शहर की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर रही है। थार जैसी भारी और स्पीड वाली गाड़ियों का सड़कों पर मनमाने ढंग से दौड़ना और चालकों की दबंगई अब आम जनता की जान पर भारी पड़ रही है।
