
यह दिल दहला देने वाली घटना ने एक बार फिर रिश्तों की आड़ में छिपे अपराध की भयावह सच्चाई को उजागर किया है। दिल्ली के उत्तम नगर से सामने आए इस मामले में, पति की हत्या के पीछे उसकी ही पत्नी और चचेरे भाई की साजिश की बात सामने आई है।
मामला क्या है?
शुरुआत में इस मौत को बिजली के करंट से हुई दुर्घटना बताया गया था, लेकिन जब मृतक के भाई ने पुलिस को कुछ चैट्स और संदिग्ध जानकारी सौंपी, तो पूरा मामला हत्या की साजिश में बदल गया
पुलिस जांच में जो चैट्स सामने आईं, उन्होंने पूरी कहानी बदल दी। इनमें पत्नी अपने प्रेमी (जो मृतक का चचेरा भाई है) से पूछ रही थी:
दरअसल, मृतक को पहले नशीली दवा खिलाकर मारने की कोशिश की गई, लेकिन जब उसका असर नहीं हुआ, तो पत्नी ने बेचैन होकर यह सवाल किया। इससे यह स्पष्ट हो गया कि घटना केवल एक हादसा नहीं, बल्कि पूरी तरह से योजनाबद्ध हत्या थी।
पुलिस ने क्या किया?
जांच में जुटी पुलिस ने जब पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और डिजिटल साक्ष्यों को मिलाया, तो मामला साफ हो गया। इसके बाद:
पत्नी को हिरासत में लिया गया,
चचेरे भाई (प्रेमी) की भूमिका की भी गहन जांच की जा रही है,
दोनों के बीच की आपत्तिजनक बातचीत और षड्यंत्र की योजनाओं को लेकर केस मजबूत किया जा रहा है।
इस घटना में सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि:
हत्या किसी बाहरी व्यक्ति ने नहीं, घर के भीतर से ही की गई,
यह पारिवारिक विश्वास और रिश्तों की आड़ में की गई क्रूरता है,
महिला ने अपने पति की हत्या के लिए धीरे-धीरे जहर या नशीली दवा देने की योजना बनाई,
जब वह फेल हुई तो शारीरिक रूप से बिजली के करंट से मारने का रास्ता चुना गया।
क्या रिश्तों में दरार इतनी गहरी हो गई है कि लोग हत्या जैसे अपराध तक पहुंच रहे हैं?
क्या घरेलू मामलों में टेक्नोलॉजी (चैट, कॉल्स) अब अपराध का नया सबूत बनती जा रही है?
इस तरह के मामलों को रोकने के लिए समाज, कानून और परिवारों को क्या कदम उठाने चाहिए?
यह मामला हमें याद दिलाता है कि हर हत्या की एक परत होती है, और जब तक जांच गहराई में नहीं जाती, कई बार सच्चाई दब जाती है। ऐसे में, सतर्क रहना, संदिग्ध गतिविधियों को नजरअंदाज न करना और न्याय की दिशा में तत्पर रहना बेहद जरूरी है