
Todays healthtip: डेंगू और मलेरिया से कैसे करें बचाव? घरेलू उपाय और डॉक्टर की सलाह।
मानसून के आते ही डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियाँ तेजी से फैलने लगती हैं। गंदा पानी, नमी और जगह-जगह भरे जल में मच्छरों का प्रजनन तेजी से होता है, जिससे इन बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। विशेषज्ञों के अनुसार, थोड़ी सी सावधानी और सही जानकारी से इन घातक बीमारियों से बचा जा सकता है।
क्या हैं डेंगू और मलेरिया?
डेंगू वायरस से फैलने वाली बीमारी है, जो एडीज इजिप्टाई मच्छर के काटने से होती है। यह मच्छर दिन के समय काटता है।
मलेरिया प्लास्मोडियम पैरासाइट के कारण होता है और एनॉफिलीज मच्छर द्वारा फैलता है। यह मच्छर रात में काटता है।
दोनों बीमारियों के सामान्य लक्षण:
बुखार और ठंड लगना
सिरदर्द और बदन दर्द
थकान और कमजोरी
मलेरिया में पसीना आना, जबकि डेंगू में प्लेटलेट्स की गिरावट और स्किन पर चकत्ते
बचाव के लिए घरेलू उपाय:
1. नीम और तुलसी का काढ़ा पिएं
इन दोनों में एंटी-वायरल और एंटी-मलेरियल गुण होते हैं। रोज सुबह एक कप काढ़ा पीने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
2. मच्छरदानी और नेट का उपयोग करें
रात में सोते समय मच्छरदानी या नेट का प्रयोग करें। दिन में भी अगर घर में मच्छर हैं तो नेट वाली खिड़कियों का इस्तेमाल करें।
3. घर के आस-पास पानी जमा न होने दें
गमले, कूलर, टायर, छत आदि पर जमा पानी को नियमित रूप से खाली करें। यहीं मच्छर सबसे ज्यादा पनपते हैं।
4. नीम का तेल या कपूर जलाएं
नीम के तेल या कपूर को घर में जलाने से मच्छर दूर रहते हैं। इसे प्राकृतिक रिपेलेंट माना जाता है।
5. लहसुन और मेंथी का सेवन करें
ये दोनों तत्व रक्त शुद्ध करते हैं और रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ाते हैं।
अतिरिक्त सुरक्षा के उपाय:
फुल बाजू के कपड़े पहनें
मच्छर भगाने वाली क्रीम या स्प्रे लगाएं
घर में मच्छर मारने वाली मशीन का उपयोग करें
बच्चों को खेलने के समय सुरक्षित कपड़े पहनाएं
स्कूल जाने वाले बच्चों के बैग में नेचुरल मच्छर रिफ्रेशर रखें।
डेंगू और मलेरिया गंभीर बीमारियाँ हैं लेकिन थोड़ी सी जागरूकता और नियमित सावधानी से इनसे आसानी से बचा जा सकता है। घर और आसपास स्वच्छता बनाए रखना, मच्छरों से बचाव करना, और समय पर मेडिकल सलाह लेना ही इस मौसम में स्वस्थ रहने की कुंजी है।
डिस्क्लेमर:
यह लेख केवल जागरूकता और सामान्य जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। किसी भी बीमारी के लक्षण दिखाई देने पर तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें। घरेलू उपायों का प्रयोग विशेषज्ञ की सलाह के अनुसार करें।