बारिश का मौसम जहां सुकून और राहत लेकर आता है, वहीं यह त्वचा और खासकर पैरों की सेहत के लिए कई तरह की समस्याएं भी पैदा कर सकता है। पानी और कीचड़ में चलते समय सबसे ज्यादा नुकसान हमारे पैरों को होता है। लगातार गीले और नम पैरों में फंगल इन्फेक्शन होने की आशंका बढ़ जाती है। ऐसे में जरूरी है कि इस मौसम में पैरों की अतिरिक्त देखभाल की जाए।
मानसून में पैरों को किन समस्याओं का सामना करना पड़ता है?
फंगल इन्फेक्शन – नमी के कारण पैरों की त्वचा पर फंगस पनपने लगता है जिससे खुजली, जलन और बदबू हो सकती है।
एथलीट फुट – यह एक प्रकार का फंगल इन्फेक्शन है जो ज्यादा नमी और पसीने की वजह से होता है।
फटी एड़ियां – लगातार गीले रहने से एड़ियों की त्वचा कमजोर होकर फटने लगती है।
दुर्गंध – बंद जूते और नमी के कारण पैरों से बदबू आना आम समस्या है।
कैसे करें मानसून में पैरों की देखभाल?
1. पैरों को सूखा और साफ रखें
जब भी बाहर से आएं, पैरों को गुनगुने पानी और एंटीसेप्टिक लिक्विड से धोकर सुखा लें। खासकर उंगलियों के बीच की जगह को अच्छी तरह पोंछें।
2. बंद जूतों का उपयोग कम करें
यदि लंबे समय तक बाहर रहना हो तो वॉटरप्रूफ सैंडल या खुले फुटवियर पहनें ताकि हवा लगती रहे और नमी न बढ़े।
3. टैल्कम पाउडर या एंटीफंगल पाउडर का इस्तेमाल करें
पैरों में नमी कम करने और फंगल इन्फेक्शन से बचाव के लिए पाउडर का प्रयोग करें, खासकर जूते पहनने से पहले।
4. घरेलू नुस्खे अपनाएं
नीम की पत्तियों का पानी – नीम की पत्तियों को पानी में उबालकर उससे पैर धोएं, यह एंटीफंगल होता है।
बेकिंग सोडा और पानी का पेस्ट – खुजली या फंगल संक्रमण होने पर इसका पेस्ट बनाकर लगाएं।
टी ट्री ऑयल – इसकी कुछ बूंदें नारियल तेल में मिलाकर लगाने से संक्रमण में राहत मिलती है।
5. रोजाना फुटवियर बदलें और सुखाएं
एक ही जूते-चप्पल रोज न पहनें। उन्हें धूप में सुखाएं ताकि उनमें फंगस न पनपे।
6. पैरों को मॉइस्चराइज करें
पैरों की त्वचा को सूखा रखने के साथ-साथ उसे मुलायम बनाए रखने के लिए हल्के मॉइस्चराइजर का प्रयोग करें।
मानसून के मौसम में थोड़ा सा ध्यान देकर आप अपने पैरों को स्वस्थ और सुरक्षित रख सकते हैं। फंगल संक्रमण से बचाव के लिए स्वच्छता सबसे अहम है। यदि किसी तरह की त्वचा संबंधी समस्या बनी रहती है, तो त्वचा रोग विशेषज्ञ से सलाह अवश्य लें।
Disclaimer: यह जानकारी सामान्य स्वास्थ्य सुझावों पर आधारित है। किसी गंभीर समस्या के लिए डॉक्टर की सलाह जरूर लें।