बादाम को सुपरफूड माना जाता है और इसे रोजाना की डाइट में शामिल करने की सलाह दी जाती है। इसमें मौजूद विटामिन-E, हेल्दी फैट, फाइबर और एंटीऑक्सिडेंट शरीर को कई तरह से फायदा पहुंचाते हैं। लेकिन हर व्यक्ति के लिए बादाम का सेवन फायदेमंद हो, ऐसा जरूरी नहीं है। कुछ लोगों के लिए यह स्वास्थ्य जोखिम पैदा कर सकता है। इसलिए यह जानना जरूरी है कि किन परिस्थितियों में बादाम का सेवन करना नुकसानदायक साबित हो सकता है।

नीचे जानिए विस्तार से कि किन लोगों को बादाम खाने से बचना चाहिए और क्यों यह समस्या पैदा कर सकता है।
1. बादाम से एलर्जी वाले लोग
जो लोग नट्स एलर्जी से पीड़ित होते हैं, उन्हें बादाम बिल्कुल नहीं खाना चाहिए। इससे त्वचा पर खुजली, लाल चकत्ते, सांस लेने में दिक्कत, सूजन, उलटी या गंभीर मामलों में ऐनाफाइलैक्सिस जैसी जानलेवा प्रतिक्रिया हो सकती है। ऐसे लोगों को किसी भी तरह के नट्स से दूरी बनाए रखना बेहतर है।
2. पाचन संबंधी समस्याओं वाले लोग
कुछ लोगों को बादाम पचाने में परेशानी हो सकती है क्योंकि इसमें फाइबर अधिक मात्रा में होता है। इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम (IBS), गैस, एसिडिटी, पेट फूलना या कब्ज से परेशान लोग बादाम की मात्रा कम करें या डॉक्टर की सलाह अनुसार सेवन करें। ज्यादा फाइबर पेट संबंधी दिक्कतें बढ़ा सकता है।
3. गुर्दे (किडनी) रोग से पीड़ित व्यक्ति
बादाम में पोटैशियम और फॉस्फोरस की मात्रा अधिक होती है। किडनी रोग से जूझ रहे लोगों में इन दोनों खनिजों का नियंत्रण बेहद जरूरी होता है। ज्यादा बादाम खाने से खनिजों का स्तर बढ़ सकता है, जिससे किडनी और कमजोर पड़ सकती है। इसलिए किडनी मरीजों को डॉक्टर से पूछकर ही बादाम का सेवन करना चाहिए।
4. वजन घटाने की कोशिश कर रहे लोग
हालांकि बादाम हेल्दी है, लेकिन कैलोरी भी ज्यादा होती है। बहुत से लोग वजन घटाने के दौरान अनजाने में अधिक मात्रा में बादाम खा लेते हैं, जिससे कैलोरी इनटेक बढ़ जाता है और वेट लॉस रुक सकता है। ऐसे लोग रोज 4–6 बादाम तक सीमित रहें या डाइटिशियन की सलाह लें।
5. माइग्रेन या सिरदर्द से परेशान लोग
कुछ लोगों में बादाम में मौजूद अमीनो एसिड ‘टाय्रामीन’ माइग्रेन ट्रिगर कर सकता है। अगर बादाम खाने के बाद सिरदर्द बढ़ता है, तो इसका सेवन कम करना या बंद करना बेहतर है।
6. बीमारियों में दवाओं के साथ प्रतिक्रिया
कुछ मामलों में बादाम के पोषक तत्व कुछ दवाओं के साथ प्रतिक्रिया कर सकते हैं। खासकर ब्लड प्रेशर, थायरॉयड, एंटी-कोएगुलेंट या पाचन संबंधी दवाएं लेने वाले लोगों को बादाम की नियमित मात्रा डॉक्टर से पूछकर ही तय करनी चाहिए।
सही मात्रा में बादाम खाना क्यों जरूरी है?
ज्यादातर लोग सोचते हैं कि बादाम जितना ज्यादा खाएं, उतना स्वास्थ्यवर्धक होगा, जबकि सच्चाई यह है कि इसकी अधिक मात्रा पाचन, वजन और शरीर के अन्य कार्यों पर विपरीत प्रभाव डाल सकती है। आमतौर पर 4–8 बादाम भिगोकर रोजाना खाना पर्याप्त माना जाता है।
यह जानकारी सामान्य स्वास्थ्य संदर्भ पर आधारित है। किसी भी प्रकार की एलर्जी, बीमारी या दवाइयों से संबंधित समस्या होने पर डॉक्टर या न्यूट्रिशन विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें।
