शरीर में ट्यूमर बनने को लेकर अक्सर लोग घबरा जाते हैं, क्योंकि यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें टिश्यू की कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से बढ़ने लगती हैं और एक असामान्य गांठ या ऊभार का रूप ले लेती हैं। यह गांठ कभी साधारण (Benign) होती है और कभी गंभीर (Malignant) यानी कैंसर का रूप भी ले सकती है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, ट्यूमर बनने के कई कारण होते हैं—जिनमें अनुवांशिक कारण से लेकर जीवनशैली और पर्यावरणीय कारक भी शामिल हैं। आइए समझते हैं डॉक्टरों के अनुसार शरीर में ट्यूमर बनने की असली वजह क्या है।

ट्यूमर क्या होता है और कैसे बनता है?
ट्यूमर एक असामान्य ग्रोथ है जो कोशिकाओं के अनियंत्रित रूप से विभाजित होने के कारण बनता है। सामान्य कोशिकाएं एक समय के बाद अपना विभाजन रोक देती हैं, लेकिन ट्यूमर में यह प्रक्रिया रुकती नहीं है। यही अनियंत्रित ग्रोथ एक गांठ बना देती है। डॉक्टरों का कहना है कि यह गंभीर भी हो सकती है और सामान्य भी, इसलिए समय रहते जांच और उपचार बेहद जरूरी है।
अनुवांशिक कारण: परिवार के इतिहास की बड़ी भूमिका
कई मामलों में पाया गया है कि जिन लोगों के परिवार में कैंसर या ट्यूमर रहा है, उनमें ट्यूमर बनने की संभावना अधिक होती है। कुछ जीन ऐसे होते हैं जो कोशिकाओं की ग्रोथ को नियंत्रित करते हैं और इनमें बदलाव होने पर ट्यूमर विकसित हो सकता है।
लाइफस्टाइल फैक्टर: गलत आदतें बढ़ाती हैं जोखिम
डॉक्टरों का कहना है कि कई जीवनशैली कारक ट्यूमर बनने की प्रमुख वजह बनते हैं—
अत्यधिक धूम्रपान और शराब का सेवन
अनियमित खान-पान
जंक फूड, प्रोसेस्ड मीट और हाई-फैट डाइट
मोटापा और शारीरिक गतिविधि की कमी
ये सभी कारक कोशिकाओं में असामान्य बदलाव ला सकते हैं, जिससे ट्यूमर बनने का जोखिम बढ़ जाता है।
हार्मोनल असंतुलन भी बड़ी वजह
कुछ ट्यूमर हार्मोनल बदलाव या असंतुलन के कारण भी विकसित होते हैं। महिला हार्मोनों से जुड़े बदलावों के कारण स्तन ट्यूमर का जोखिम बढ़ सकता है, वहीं थायरॉयड हार्मोन की गड़बड़ी से थायरॉयड नोड्यूल बनना आम है।
संक्रमण और वायरस: अदृश्य खतरे
कुछ वायरस और संक्रमण लंबे समय में ट्यूमर बनने का कारण बन सकते हैं।
HPV वायरस
हेपेटाइटिस B और C
H. pylori संक्रमण
ये शरीर में कोशिकाओं को प्रभावित करके असामान्य ग्रोथ का कारण बनते हैं।
पर्यावरणीय प्रदूषण और केमिकल्स
प्रदूषित हवा, जहरीले रसायन, कीटनाशक, भारी धातुएं और रेडिएशन के लगातार संपर्क में रहना भी ट्यूमर बनने की बड़ी वजह है।
इम्यून सिस्टम का कमजोर होना
कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों में ट्यूमर की संभावना अधिक होती है, क्योंकि उनका शरीर असामान्य कोशिकाओं को नष्ट नहीं कर पाता।
कब दिखें ट्यूमर के संकेत
डॉक्टरों के अनुसार कुछ लक्षणों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए—
अचानक बनी कोई गांठ या सूजन
लगातार दर्द
बिना वजह वजन कम होना
बार-बार थकान
किसी अंग का असामान्य आकार बढ़ना
ऐसे लक्षण दिखने पर तुरंत जांच जरूरी है।
यह लेख सामान्य स्वास्थ्य जानकारी पर आधारित है। किसी भी लक्षण या संदेह की स्थिति में डॉक्टर से जांच और सलाह अवश्य लें। यह जानकारी केवल जागरूकता के उद्देश्य से दी गई है।
