
त्योहारी सीजन से पहले सोने की कीमत में गिरावट
भारत में सोने का महत्व सिर्फ आभूषणों तक सीमित नहीं है, बल्कि इसे निवेश का एक सुरक्षित साधन भी माना जाता है। शादियों, त्योहारों और विशेष अवसरों पर इसकी मांग तेजी से बढ़ती है। लेकिन इस बार त्योहारी सीजन की शुरुआत से ठीक पहले सोने के दाम में गिरावट देखी गई है, जिससे आम जनता से लेकर निवेशकों तक में हलचल है।
8 सितंबर 2025 को जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार, 24 कैरेट सोने का दाम प्रति 10 ग्राम ₹59,800 और 22 कैरेट सोने का दाम ₹54,850 प्रति 10 ग्राम दर्ज किया गया। वहीं चांदी की कीमत में भी मामूली गिरावट दर्ज की गई है और यह ₹74,200 प्रति किलोग्राम पर आ गई है।
सोने के दाम में गिरावट के पीछे के कारण
1. अंतरराष्ट्रीय बाजार में उतार-चढ़ाव
सोने के दाम मुख्य रूप से अंतरराष्ट्रीय बाजार के रुझानों पर निर्भर करते हैं। हाल ही में डॉलर की मजबूती और अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में संभावित बढ़ोतरी के संकेत ने सोने की कीमतों पर दबाव बनाया है।
2. त्योहारी सीजन से पहले मांग में सुस्ती
त्योहारी सीजन (दुर्गा पूजा, दशहरा, दिवाली, धनतेरस) से ठीक पहले उपभोक्ताओं ने कीमत में स्थिरता या गिरावट की उम्मीद में खरीदारी रोक दी। इससे बाजार में अस्थायी मंदी आई।
3. वैश्विक आर्थिक परिदृश्य
चीन और यूरोप की अर्थव्यवस्था में मंदी के संकेतों ने निवेशकों को सतर्क बना दिया है। उन्होंने सोने से पैसा निकालकर शेयर बाजार और डॉलर में निवेश करना शुरू कर दिया है।
आज विभिन्न शहरों में सोने के दाम (8 सितंबर 2025)
शहर 24 कैरेट (10 ग्राम) 22 कैरेट (10 ग्राम)
दिल्ली ₹59,800 ₹54,850
मुंबई ₹59,750 ₹54,800
कोलकाता ₹59,820 ₹54,870
चेन्नई ₹60,100 ₹55,100
बेंगलुरु ₹59,600 ₹54,700
पटना ₹59,500 ₹54,600
निवेशकों के लिए यह सही समय?
सोने के दाम में गिरावट अक्सर निवेशकों के लिए बेहतरीन एंट्री पॉइंट साबित होती है। अगर आप लंबे समय के लिए सोने में निवेश करना चाहते हैं, तो यह समय उपयुक्त हो सकता है।
क्यों खरीदें सोना इस समय?
त्योहारी सीजन के दौरान मांग बढ़ने की संभावना।
डॉलर के मुकाबले रुपए में उतार-चढ़ाव से भविष्य में दाम बढ़ सकते हैं।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर राजनीतिक और आर्थिक अस्थिरता सोने को सुरक्षित निवेश बनाती है।
किस रूप में निवेश करें?
फिजिकल गोल्ड: गहने, सिक्के, बिस्किट
डिजिटल गोल्ड: ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर खरीद
गोल्ड ईटीएफ (ETF): स्टॉक मार्केट के जरिए निवेश
सोवरिन गोल्ड बॉन्ड: सरकारी योजना के तहत निवेश
त्योहारी सीजन पर इसका क्या असर पड़ेगा?
भारत में दिवाली, धनतेरस और शादी के मौसम के दौरान सोने की खपत चरम पर होती है। कीमत में गिरावट के चलते उपभोक्ताओं के लिए यह एक सुनहरा मौका हो सकता है। ज्वेलरी शॉप्स और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर पहले से ही कई ऑफर और डिस्काउंट की घोषणाएं शुरू हो गई हैं।
विशेषज्ञों की राय
बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि अगले कुछ हफ्तों में सोने के दाम में हल्की बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। अगर आप कम अवधि के लिए मुनाफा कमाना चाहते हैं, तो मौजूदा समय में खरीदारी लाभकारी हो सकती है। वहीं, लंबी अवधि के निवेशक इसे अपने पोर्टफोलियो का हिस्सा बनाकर आने वाले वर्षों में बेहतर रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं।
सोने के दाम पर भविष्य की संभावनाएं
अंतरराष्ट्रीय आर्थिक नीतियां
भारतीय रुपये की स्थिति
त्योहार और शादी के मौसम में मांग
केंद्रीय बैंकों द्वारा गोल्ड रिजर्व खरीद
इन सभी कारकों का सीधा असर आने वाले महीनों में सोने की कीमत पर पड़ेगा।
त्योहारी सीजन से ठीक पहले सोने के दाम में आई यह गिरावट उपभोक्ताओं और निवेशकों दोनों के लिए एक अच्छा अवसर साबित हो सकती है। अगर आप सोने की खरीदारी या निवेश की योजना बना रहे हैं, तो 8 सितंबर 2025 के रेट को ध्यान में रखते हुए रणनीतिक कदम उठाएं।