
Urticaria Hives Home Remedy: कई बार अचानक शरीर पर लाल चकत्ते, सूजन और खुजली दिखाई देने लगती है, जिसे आयुर्वेद में “पित्ती” कहा जाता है। यह समस्या कभी-कभी हल्की होती है तो कभी गंभीर भी हो सकती है। पित्ती उछलने पर व्यक्ति को तेज खुजली, जलन और लालिमा की परेशानी होती है। आधुनिक चिकित्सा में इसके लिए कई प्रकार की दवाइयां उपलब्ध हैं, लेकिन आयुर्वेद में ऐसे प्राकृतिक नुस्खे बताए गए हैं जो न केवल तुरंत राहत देते हैं, बल्कि लंबे समय तक इस समस्या को दूर रखने में मदद करते हैं।
पित्ती क्या है
पित्ती एक प्रकार की त्वचा संबंधी समस्या है जिसमें शरीर पर छोटे-छोटे उभरे हुए लाल दाने या चकत्ते निकल आते हैं। यह समस्या कई कारणों से हो सकती है जैसे एलर्जी, खानपान, मौसम में बदलाव, दवाइयों का असर या फिर मानसिक तनाव।
आयुर्वेद में पित्ती का कारण
आयुर्वेद के अनुसार पित्ती मुख्य रूप से शरीर में पित्त दोष के असंतुलन के कारण होती है। जब पित्त बढ़ जाता है तो यह त्वचा की सतह पर लालिमा और खुजली के रूप में प्रकट होता है।
पित्ती से राहत के आयुर्वेदिक उपाय
1. नीम का सेवन और लेप
नीम को प्राकृतिक एंटीसेप्टिक और एंटी-एलर्जिक माना जाता है। पित्ती की समस्या में नीम की पत्तियों का रस पीना या उसका पेस्ट प्रभावित जगह पर लगाना बहुत लाभकारी होता है।
2. धनिया का रस
धनिया को शरीर को ठंडक देने वाला माना जाता है। पित्ती उछलने पर ताजा धनिया का रस निकालकर त्वचा पर लगाने से खुजली और जलन कम हो जाती है।
3. हल्दी वाला दूध
हल्दी प्राकृतिक एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीबैक्टीरियल गुणों से भरपूर है। रात को हल्दी मिलाकर दूध पीने से शरीर के भीतर की गर्मी कम होती है और पित्ती से राहत मिलती है।
4. एलोवेरा जेल
एलोवेरा को त्वचा का सबसे अच्छा दोस्त कहा जाता है। प्रभावित हिस्से पर ताजा एलोवेरा जेल लगाने से त्वचा को ठंडक मिलती है और लालिमा कम होती है।
5. गिलोय का सेवन
गिलोय प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाती है और त्वचा से संबंधित रोगों में कारगर मानी जाती है। गिलोय का रस या काढ़ा पीने से पित्ती में जल्दी आराम मिलता है।
सावधानियां
पित्ती की समस्या में मसालेदार और तैलीय भोजन से परहेज करना चाहिए। ज्यादा गरम भोजन, शराब और धूम्रपान से बचें। शरीर को हाइड्रेटेड रखें और तनाव को कम करने के लिए योग या प्राणायाम करें।
यहां दी गई जानकारी आयुर्वेदिक ग्रंथों और सामान्य मान्यताओं पर आधारित है। यह किसी भी तरह की चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है। यदि पित्ती की समस्या बार-बार हो रही है या लंबे समय तक बनी रहती है तो किसी योग्य चिकित्सक से परामर्श अवश्य लें।