अलास्का और कनाडा की सीमा पर देर रात आए 7.0 तीव्रता के भूकंप ने हजारों लोगों को दहशत में डाल दिया। अमेरिकी भूगर्भ सर्वेक्षण विभाग (USGS) के अनुसार, यह शक्तिशाली झटका स्थानीय समयानुसार देर रात महसूस किया गया, जिसका केंद्र अलास्का के जूनो शहर से कुछ दूरी पर स्थित था। भूकंप इतना तेज था कि इसका कंपन कनाडा के युकोन क्षेत्र तक महसूस किया गया। अचानक हिली धरती से लोग घरों से बाहर निकल आए और कई इलाकों में अफरा-तफरी का माहौल देखने को मिला।

अलास्का में भूकंप के झटकों के बाद कई घंटों तक हल्की आफ्टरशॉक्स की भी पुष्टि हुई। स्थानीय प्रशासन ने एहतियातन कई इलाकों में लोगों को खुले स्थान पर रहने की सलाह दी। हालांकि, शुरुआती जानकारी के अनुसार अभी तक किसी बड़े नुकसान या जान-माल की हानि की खबर नहीं है, लेकिन कई इलाकों में दीवारों में दरारें आने, वस्तुओं के गिरने और बिजली लाइनों के प्रभावित होने की सूचना मिली है।
कनाडा के युकोन क्षेत्र में भूकंप का असर खासा दिखाई दिया। कई घरों में पंखे, बर्तन और अलमारी से सामान नीचे गिरने लगे, जिससे लोग घबराकर बाहर की ओर दौड़ पड़े। कई परिवारों ने बताया कि झटके इतने तेज थे कि उन्हें लगा जैसे जमीन उनके पैरों के नीचे से खिसक रही हो। स्थानीय प्रशासन ने फायर ब्रिगेड और इमरजेंसी टीमें तैनात कर दी हैं ताकि किसी भी संभावित खतरे से निपटा जा सके।
अमेरिका के अलास्का में भूकंप कोई नई बात नहीं है, क्योंकि यह इलाका दुनिया के सबसे सक्रिय भूकंपीय क्षेत्रों में गिना जाता है। अलास्का में हर साल सैकड़ों छोटे-बड़े भूकंप आते हैं, लेकिन इस बार 7.0 तीव्रता का झटका बीते महीनों में सबसे शक्तिशाली रहा। इस भूकंप का प्रभाव इतना व्यापक था कि इसकी तरंगे कनाडा की सीमा को पार करते हुए कई सौ किलोमीटर दूर तक महसूस की गईं।
भूकंप के बाद सोशल मीडिया पर स्थानीय लोगों ने वीडियो और तस्वीरें साझा कीं जिनमें घरों के भीतर वस्तुएं गिरती दिख रही हैं। कुछ जगहों पर सड़क की सतह पर हल्की दरारें भी देखी गईं। लोग घबराहट में घरों से बाहर आते हुए दिखाई दिए और कई घंटों तक बाहर ही डटे रहे। मोबाइल नेटवर्क भी कुछ स्थानों पर धीमा हो गया, जिसकी वजह से लोगों को संपर्क करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
अलास्का डिपार्टमेंट ऑफ इमरजेंसी मैनेजमेंट ने बताया कि राहत और बचाव दल तुरंत सक्रिय कर दिए गए हैं और सभी जिलों से जानकारी लगातार इकट्ठी की जा रही है। अधिकारियों ने कहा कि फिलहाल सुनामी का खतरा नहीं है, लेकिन तटीय क्षेत्रों की सतर्क मॉनिटरिंग जारी है। विशेषज्ञों का मानना है कि भविष्य में और आफ्टरशॉक्स आ सकते हैं, इसलिए नागरिकों को सावधानी बरतने की जरूरत है।
कनाडा के युकोन क्षेत्र के अधिकारियों का कहना है कि भूकंप के बाद बिजली की लाइनें प्रभावित जरूर हुईं, पर बड़े स्तर पर ग्रिड फेल नहीं हुआ। कुछ इलाकों में एहतियातन बिजली सप्लाई थोड़े समय के लिए रोकी गई। स्थानीय लोग इस घटना से काफी डरे हुए हैं, क्योंकि यहां इतने बड़े पैमाने पर भूकंप कम ही महसूस किया जाता है।
भूकंप विशेषज्ञों ने बताया कि इस क्षेत्र में टेक्टॉनिक प्लेटें लगातार सक्रिय रहती हैं और इनकी हलचल के कारण भूकंप आते रहते हैं। 7.0 तीव्रता का भूकंप काफी शक्तिशाली माना जाता है और यह बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचाने की क्षमता रखता है। हालांकि राहत की बात यह रही कि ज्यादातर इलाकों में आबादी कम है, जिसके चलते नुकसान की संभावना अपेक्षाकृत कम रही।
अमेरिकी प्रशासन ने नागरिकों से आग्रह किया है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और केवल आधिकारिक स्रोतों से जारी अपडेट का ही पालन करें। वहीं कनाडा में भी आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं और लोगों से घरों में संभावित खतरनाक वस्तुओं को सुरक्षित रखने की सलाह दी गई है।
घटना के बाद वैज्ञानिक टीमों ने भूकंप के केंद्र, गहराई और आने वाले संभावित जोखिमों का विश्लेषण शुरू कर दिया है। कई विशेषज्ञों का मानना है कि यह झटका क्षेत्रीय भूकंपीय गतिविधि का संकेत है, जिसके चलते भविष्य में भी ऐसे शक्तिशाली भूकंप आने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।
इस भूकंप ने एक बार फिर दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं के प्रति तैयार रहने का संदेश दिया है। चाहे तकनीक कितनी भी उन्नत क्यों न हो जाए, प्रकृति के सामने इंसान अभी भी असहाय दिखता है। सरकारें लगातार आपदा प्रबंधन प्रणाली को मजबूत कर रही हैं, लेकिन जनता में जागरूकता और सावधानी ही ऐसे समय में सबसे बड़ी सुरक्षा बन सकती है।
