
जम्मू-कश्मीर के कटरा स्थित मां वैष्णो देवी धाम में दर्शन करने आए सैकड़ों श्रद्धालुओं के लिए हालात पिछले एक हफ्ते से चुनौतीपूर्ण बने हुए हैं। मां वैष्णो देवी मंदिर के मुख्य मार्ग को सुरक्षा कारणों और मौसम संबंधी दिक्कतों के चलते अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है। इस कारण लगभग 700 श्रद्धालु कटरा में ही फंसे हुए हैं। इन श्रद्धालुओं को होटल मालिकों और स्थानीय समाजसेवियों ने अपने खर्चे पर ठहराया है। 200 से अधिक कमरे खोले गए हैं और नाश्ता से लेकर डिनर तक पूरी तरह निशुल्क दिया जा रहा है।
क्या है मामला? क्यों बंद हुआ वैष्णो देवी मंदिर?
मां वैष्णो देवी मंदिर भारत के प्रमुख तीर्थ स्थलों में से एक है, जहां हर साल करोड़ों श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचते हैं। लेकिन पिछले 7 दिनों से यहां दर्शन की प्रक्रिया रोक दी गई है। बताया जा रहा है कि भारी बारिश और पहाड़ी रास्तों में भूस्खलन के चलते यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए यह फैसला लिया गया। प्रशासन ने एहतियात के तौर पर ट्रैक को अस्थायी रूप से बंद कर दिया, ताकि किसी प्रकार की जनहानि न हो।
होटल मालिकों का सराहनीय कदम: 200 कमरे श्रद्धालुओं के लिए मुफ्त
जब मंदिर प्रशासन ने यात्रियों को सूचित किया कि यात्रा अस्थायी रूप से स्थगित है, तब सैकड़ों लोग कटरा और आस-पास के क्षेत्रों में फंस गए। इस दौरान होटल मालिकों ने मानवता की मिसाल पेश की।
700 से अधिक श्रद्धालुओं के लिए 200 से ज्यादा कमरे खोले गए।
सभी श्रद्धालुओं को निशुल्क ठहरने की व्यवस्था।
नाश्ता, लंच और डिनर भी फ्री उपलब्ध कराया जा रहा है।
स्थानीय लोग भी खाने-पीने और अन्य आवश्यक चीजों में मदद कर रहे हैं।
होटल मालिकों ने कहा कि श्रद्धालु हमारी जिम्मेदारी हैं, वे मां वैष्णो देवी के बुलावे पर आए हैं और खाली हाथ लौटना उनके लिए दुखद होगा। जब तक यात्रा बहाल नहीं होती, वे सभी की देखरेख करेंगे।
श्रद्धालुओं की प्रतिक्रिया: “ये सेवा कभी नहीं भूलेंगे”
कटरा में फंसी श्रद्धालुओं की भी प्रतिक्रिया सामने आई है। कई लोगों ने कहा कि कठिन हालात में होटल मालिकों और स्थानीय प्रशासन ने जो सहयोग दिया है, वह अविस्मरणीय है।
दिल्ली से आईं श्रद्धालु सीमा शर्मा ने कहा:
“हम यहां माता के दर्शन के लिए आए थे, लेकिन रास्ता बंद होने के कारण रुकना पड़ा। यहां के लोगों ने जो सेवा की, वह हमारे परिवार जैसी है।”
प्रशासन की ओर से क्या इंतजाम किए गए?
जम्मू-कश्मीर प्रशासन और श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड लगातार हालात पर नजर बनाए हुए हैं।
मौसम साफ होते ही मार्ग को खोलने की तैयारी।
फंसे हुए यात्रियों को सुरक्षित आवास, चिकित्सा और भोजन की व्यवस्था।
हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं ताकि श्रद्धालु अपने परिवार को स्थिति से अवगत करा सकें।
स्थानीय अर्थव्यवस्था पर असर
वैष्णो देवी यात्रा हर साल लाखों लोगों की आजीविका का साधन बनती है। होटल, टैक्सी, रेस्टोरेंट और स्थानीय दुकानों को तीर्थयात्रियों से सीधा लाभ होता है। यात्रा बंद होने से इन व्यवसायों को अस्थायी नुकसान हुआ है, लेकिन होटल मालिकों का कहना है कि सेवा सबसे बड़ा धर्म है, और नुकसान बाद में पूरा किया जा सकता है।
कब तक खुलेगा वैष्णो देवी मंदिर?
प्रशासन ने साफ किया है कि जैसे ही मौसम में सुधार होगा और ट्रैक सुरक्षित होगा, यात्रा को फिर से शुरू किया जाएगा। संभावना है कि अगले कुछ दिनों में स्थिति सामान्य हो सकती है।