
कटरा, जम्मू: माता वैष्णो देवी के भक्तों के लिए एक महत्वपूर्ण अपडेट सामने आया है। जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने खराब मौसम और भूस्खलन के खतरे को देखते हुए माता वैष्णो देवी यात्रा को 3 दिनों के लिए अस्थायी रूप से स्थगित करने का फैसला लिया है। यह निर्णय 5 अक्टूबर से 7 अक्टूबर तक लागू रहेगा। इस अवधि में श्रद्धालु भवन की ओर प्रस्थान नहीं कर सकेंगे।
अधिकारियों ने जानकारी दी कि भारी बारिश और तेज़ हवाओं के कारण यात्रा मार्ग पर सुरक्षा जोखिम बढ़ गया है। विशेष रूप से कटरा से भवन तक के रास्ते में कई स्थानों पर फिसलन और पत्थर गिरने की घटनाएं दर्ज की गई हैं।
भारी बारिश और भूस्खलन की चेतावनी
मौसम विभाग ने जम्मू, कटरा, रियासी और आसपास के क्षेत्रों में लगातार भारी बारिश की संभावना जताई है। इस चेतावनी के बाद श्राइन बोर्ड ने एहतियातन कदम उठाते हुए यात्रा को अस्थायी रूप से रोक दिया है।
अधिकारियों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में क्षेत्र में औसतन 150 मिलीमीटर तक बारिश दर्ज की गई है, जिससे मार्ग पर फिसलन बढ़ गई है और कई जगहों पर चट्टानें खिसकने लगी हैं।
श्राइन बोर्ड के प्रवक्ता ने कहा –
> “भक्तों की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। मौसम के सुधरते ही यात्रा को दोबारा शुरू कर दिया जाएगा।”
भक्तों की सुरक्षा के लिए विशेष प्रबंध
यात्रा स्थगित होने के बावजूद, श्राइन बोर्ड ने कटरा में ठहरे श्रद्धालुओं के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की हैं। यात्रियों के लिए भोजन, आवास और चिकित्सा सुविधाओं का इंतजाम किया गया है।
प्रशासन ने अपील की है कि भक्त मौसम सामान्य होने तक यात्रा की योजना को स्थगित करें और बिना अनुमति भवन मार्ग की ओर न बढ़ें।
कटरा रेलवे स्टेशन और बस अड्डे पर भी सूचना केंद्र स्थापित किए गए हैं ताकि यात्रियों को सही जानकारी दी जा सके।

मार्गों की स्थिति और प्रशासनिक अलर्ट
कटरा से भवन तक जाने वाले पुराने और नए मार्गों पर सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ा दी गई है। ट्रैक पर सफाई और मरम्मत कार्य लगातार जारी है।
हेलीकॉप्टर सेवाओं को भी अस्थायी रूप से रोक दिया गया है क्योंकि ऊपरी इलाकों में तेज़ हवाओं और कोहरे के कारण दृश्यता बहुत कम हो गई है।
जम्मू-कश्मीर आपदा प्रबंधन विभाग (JKDMA) ने बताया कि मौसम के कारण कई स्थानों पर बिजली आपूर्ति भी बाधित हुई है।
पहले भी मौसम के कारण रोकी जा चुकी है यात्रा
यह पहली बार नहीं है जब वैष्णो देवी यात्रा को मौसम के कारण स्थगित किया गया है।
2023 और 2024 में भी जनवरी और अगस्त महीनों में भारी बारिश और भूस्खलन की वजह से यात्रा कुछ दिनों के लिए रोकी गई थी।
हर वर्ष लाखों श्रद्धालु माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए कटरा पहुंचते हैं। ऐसे में प्राकृतिक आपदाओं के समय प्रशासन यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देता है और जरूरत पड़ने पर यात्रा को अस्थायी रूप से रोक देता है।
श्रद्धालुओं से अपील – अफवाहों पर न करें भरोसा
श्राइन बोर्ड ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे केवल आधिकारिक वेबसाइट और हेल्पलाइन नंबरों से ही जानकारी प्राप्त करें।
अफवाहों या अपुष्ट सोशल मीडिया संदेशों पर ध्यान न दें।
श्राइन बोर्ड की हेल्पलाइन और वेबसाइट पर मौसम से जुड़ी ताज़ा जानकारी लगातार अपडेट की जा रही है।
भक्त चाहें तो ऑनलाइन आरती दर्शन के माध्यम से माता वैष्णो देवी के दर्शन कर सकते हैं।
ऑनलाइन सेवाएं और डिजिटल सुविधा
भक्तों की सुविधा के लिए माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड की वेबसाइट और मोबाइल ऐप पर ‘Virtual Darshan’ की सुविधा उपलब्ध है।
श्रद्धालु घर बैठे माता की आरती और पूजा में शामिल हो सकते हैं।
इसके अलावा, यात्रा से जुड़ी सभी सूचनाएं—जैसे मौसम अपडेट, मार्ग की स्थिति और यात्रा पुनः शुरू होने की तिथि—श्राइन बोर्ड के सोशल मीडिया हैंडल्स पर साझा की जा रही हैं।
7 अक्टूबर के बाद मौसम सुधरने की उम्मीद
मौसम विभाग के अनुसार, 8 अक्टूबर से जम्मू और कटरा क्षेत्र में बारिश की तीव्रता में कमी आएगी।
यदि मौसम सामान्य रहता है तो 8 अक्टूबर से यात्रा फिर से शुरू की जा सकती है।
प्रशासन ने कहा है कि जैसे ही परिस्थितियाँ सुरक्षित होंगी, यात्रा को तुरंत बहाल किया जाएगा।
भक्तों को सलाह दी गई है कि वे अपनी यात्रा की योजना बनाते समय मौसम की स्थिति को ध्यान में रखें।
भक्ति और सुरक्षा – दोनों जरूरी
माता वैष्णो देवी यात्रा न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है बल्कि यह जम्मू-कश्मीर की अर्थव्यवस्था और पर्यटन से भी गहराई से जुड़ी है।
हर साल करीब 90 लाख से अधिक श्रद्धालु माता के दरबार में दर्शन के लिए पहुंचते हैं।
श्राइन बोर्ड ने कहा कि भक्तों का उत्साह और आस्था अमूल्य है, लेकिन सुरक्षा सर्वोपरि है।
इसलिए सभी को प्रशासन के निर्देशों का पालन करना चाहिए ताकि यात्रा सुचारु और सुरक्षित तरीके से जारी रह सके।
