
VARANASI: काशी में उमड़ा श्रद्धा का सैलाब: बाबा विश्वनाथ को चढ़ा 5 पवित्र नदियों का जल, निर्जला एकादशी पर गूंजा हर-हर महादेव।
वाराणसी। मोक्ष की नगरी काशी एक बार फिर आस्था और भक्ति से सराबोर हो उठी। निर्जला एकादशी के शुभ अवसर पर हजारों श्रद्धालुओं ने बाबा काशी विश्वनाथ के दरबार में हाजिरी लगाई और गंगा सहित पांच पवित्र नदियों का जल अर्पित कर भगवान शिव का जलाभिषेक किया।
सूरज की पहली किरण के साथ ही गंगा घाटों पर स्नान करने श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। गंगा स्नान कर भक्तों ने पंचनदिया जल कलश में भरा और पैदल यात्रा करते हुए बाबा विश्वनाथ मंदिर पहुंचे। इस दौरान हर-हर महादेव और बोल बम के जयघोष से पूरी काशी गूंज उठी।
कौन-कौन सी नदियों का जल अर्पित किया गया?
भक्तों ने बाबा को जो जल अर्पित किया उसमें शामिल थीं
गंगा, यमुना, गोदावरी, सरस्वती और नर्मदा नदियों का पवित्र जल। यह परंपरा यह विश्वास देती है कि पांच नदियों के जल से किया गया अभिषेक समस्त पापों से मुक्ति दिलाता है और मोक्ष की प्राप्ति कराता है।
निर्जला एकादशी का महत्व
निर्जला एकादशी व्रत को साल की सबसे कठिन एकादशी माना जाता है, जिसमें श्रद्धालु जल तक ग्रहण नहीं करते। इस दिन भगवान विष्णु और शिव दोनों की विशेष पूजा होती है। काशी में इसे शिवभक्ति की विशेष तिथि के रूप में मनाया जाता है।
भक्तिमय माहौल और सुरक्षा व्यवस्था
मंदिर को सुंदर पुष्पों और झालरों से सजाया गया था। विशेष रुद्राभिषेक और वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच श्रद्धालु घंटों कतार में खड़े होकर दर्शन करते नजर आए। प्रशासन की ओर से कड़ी सुरक्षा व्यवस्था और भीड़ नियंत्रण के पुख्ता इंतजाम किए गए थे।