जानिए देवघर स्थित बाबा बैद्यनाथ धाम मंदिर के इतिहास, मान्यताओं और सावन मेले की खासियत के बारे में। लाखों श्रद्धालु यहां जल अर्पित कर आशीर्वाद पाते हैं।
बाबा बैद्यनाथ धाम: आस्था का प्रमुख केंद्र"
देवघर का यह मंदिर 12 ज्योतिर्लिंगों और 51 शक्ति पीठों में शामिल है।
"ज्योतिर्लिंग और शक्ति पीठ दोनों" यहां भगवान शिव ज्योतिर्लिंग के रूप में और माता सती का हृदय शक्ति पीठ के रूप में विराजमान हैं।
"रावण से जुड़ी कथा" कथा है कि रावण भगवान शिव को लंका ले जाने के लिए यहां तपस्या कर रहा था। तभी यह ज्योतिर्लिंग स्थायी रूप से देवघर में स्थापित हो गया।
"सावन मेला विशेष" 🔹 टेक्स्ट: हर साल सावन महीने में लाखों कांवड़िए गंगा जल लाकर ‘बोल बम’ के नारों के बीच बाबा को अर्पित करते हैं।
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"विश्वभर में आस्था" बाबा बैद्यनाथ धाम सिर्फ भारत ही नहीं, विदेशों में बसे हिंदुओं के लिए भी आस्था का प्रतीक है।
कांवड़ यात्रा का महत्व" सुल्तानगंज से जल लेकर श्रद्धालु 105 किमी पैदल चलकर बाबा बैद्यनाथ को जल अर्पित करते हैं।