
इन्वर्टर की बैटरी में कब डालें पानी? जानिए सही समय और ज़रूरी सावधानियाँ — अधिकतर लोग नहीं जानते ये बातें।
घरों और दुकानों में बिजली जाने पर इन्वर्टर एक भरोसेमंद सहारा बन चुका है। लेकिन इन्वर्टर की बैटरी की देखभाल करना भी उतना ही ज़रूरी होता है, खासकर उसमें समय-समय पर डिस्टिल्ड वॉटर (कंट्रोल पानी) डालना। बहुत से लोग इस बात को नजरअंदाज़ कर देते हैं या फिर सही समय नहीं जानते कि कब बैटरी में पानी डालना चाहिए। इसका परिणाम यह होता है कि बैटरी जल्दी खराब हो जाती है या उसकी क्षमता कम हो जाती है।
बैटरी में पानी डालना क्यों जरूरी है?
इन्वर्टर की बैटरी लेड-एसिड बैटरी होती है, जिसमें इलेक्ट्रोलाइट लेवल (तेजाब और पानी का मिश्रण) एक निश्चित स्तर पर होना जरूरी है। जब बैटरी चार्ज होती है तो पानी वाष्प बनकर उड़ जाता है। ऐसे में समय-समय पर डिस्टिल्ड वॉटर डालना जरूरी हो जाता है ताकि प्लेटें सूखें नहीं और बैटरी की कार्यक्षमता बनी रहे।
सही समय क्या है बैटरी में पानी डालने का?
1. हर 2 से 3 महीने में जांच करें: आमतौर पर हर 2 से 3 महीने में बैटरी का पानी चेक करना चाहिए।
2. गर्मी के मौसम में ज़्यादा ध्यान दें: गर्मियों में पानी ज़्यादा तेजी से उड़ता है, इसलिए इस समय बैटरी की निगरानी और ज़रूरी हो जाती है।
3. चार्जिंग के बाद डालें पानी: बैटरी में पानी हमेशा चार्जिंग के बाद ही डालें, ताकि ओवरफ्लो या स्पिल होने का खतरा कम हो।
4. पानी का लेवल चेक करें: बैटरी के अंदर मार्किंग होती है – minimum और maximum का। पानी का स्तर इन दो के बीच होना चाहिए।
क्या डालें और क्या नहीं?
सिर्फ डिस्टिल्ड वॉटर (Distilled Water) ही इस्तेमाल करें।
नल का पानी, मिनरल वॉटर या RO वॉटर का उपयोग कभी न करें।
अशुद्ध पानी बैटरी को नुकसान पहुंचा सकता है और उसकी उम्र घटा सकता है।
ध्यान रखने योग्य बातें:
बैटरी के वेंट कैप खोलते समय हाथ में दस्ताने और आंखों पर चश्मा जरूर पहनें।
पानी डालने के बाद कैप को ठीक से बंद करें।
अगर बैटरी बार-बार पानी मांग रही है, तो यह खराबी का संकेत हो सकता है — ऐसे में टेक्नीशियन से जांच कराएं।
इन्वर्टर की बैटरी का सही रखरखाव न केवल उसकी उम्र बढ़ाता है, बल्कि बिजली कटौती के समय बेहतर परफॉर्मेंस भी देता है। इसलिए समय पर पानी डालना और बैटरी की नियमित जांच बेहद जरूरी है। अब जब आपको सही समय और तरीका पता है, तो अगली बार बैटरी सूखने का इंतज़ार न करें — समय पर देखभाल करें और परेशानी से बचें।