
आजकल युवाओं में हार्ट डिजीज और हार्ट अटैक के मामले तेजी से सामने आ रहे हैं। पहले जहां दिल की बीमारियां उम्रदराज लोगों तक ही सीमित रहती थीं, वहीं अब 25 से 40 साल की उम्र के युवा भी इसका शिकार बन रहे हैं। अस्पतालों के आंकड़े बताते हैं कि हर साल दिल से जुड़ी समस्याओं के कारण हजारों युवा अपनी जान गंवा रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि इसके पीछे अस्वस्थ जीवनशैली, गलत खानपान और तनाव जैसी आदतें जिम्मेदार हैं।
युवाओं में क्यों बढ़ रही हार्ट डिजीज की समस्या?
दिल की बीमारी किसी एक वजह से नहीं होती, बल्कि कई कारण मिलकर इसे गंभीर बनाते हैं। डॉक्टरों के अनुसार –
1. गलत खानपान: फास्ट फूड, जंक फूड और ऑयली डाइट का सेवन युवाओं में आम हो गया है। इसमें हाई कोलेस्ट्रॉल और ट्रांस फैट्स होते हैं जो धीरे-धीरे दिल की नसों को ब्लॉक कर देते हैं।
2. फिजिकल एक्टिविटी की कमी: ऑफिस की लाइफ, पढ़ाई और गैजेट्स की लत के कारण युवा शारीरिक रूप से एक्टिव नहीं रह पाते। कम चलना-फिरना और व्यायाम न करना हार्ट डिजीज का बड़ा कारण है।
3. तनाव (Stress): प्रतियोगिता, करियर का दबाव और निजी समस्याएं युवाओं में तनाव को बढ़ाती हैं। लगातार तनाव से हार्ट रेट और ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है, जिससे हार्ट अटैक का खतरा कई गुना बढ़ जाता है।
4. धूम्रपान और शराब: सिगरेट और अल्कोहल का सेवन आजकल एक फैशन बन गया है। निकोटीन और अल्कोहल दिल की धड़कन और ब्लड फ्लो को प्रभावित करते हैं।
5. मोटापा और हाई ब्लड प्रेशर: ज्यादा वसा वाला भोजन और लाइफस्टाइल में लापरवाही मोटापे को जन्म देते हैं। मोटापा, डायबिटीज और हाई बीपी – ये तीनों दिल की बीमारियों के सबसे बड़े कारण हैं।
डॉक्टरों की चेतावनी
कार्डियोलॉजिस्ट का कहना है कि यदि युवा अपनी लाइफस्टाइल पर ध्यान नहीं देंगे तो आने वाले समय में हार्ट डिजीज महामारी का रूप ले सकती है। पहले 50-60 साल की उम्र में जो खतरे दिखते थे, वही अब 25-30 साल के युवाओं में दिखाई दे रहे हैं। खासकर मेट्रो सिटीज़ में यह समस्या ज्यादा देखने को मिल रही है।
कौन-सी आदतें बढ़ा रही हैं हार्ट अटैक का खतरा?
देर रात तक जागना और नींद पूरी न करना
अत्यधिक तनाव लेना
जंक फूड और कोल्ड ड्रिंक्स का सेवन
रोजाना सिगरेट या शराब लेना
घंटों तक बैठकर काम करना
मोबाइल और लैपटॉप पर जरूरत से ज्यादा समय बिताना
कैसे बचा सकते हैं युवा अपना दिल?
डॉक्टरों का कहना है कि कुछ हेल्दी आदतें अपनाकर और रूटीन में छोटे-छोटे बदलाव करके दिल को लंबे समय तक स्वस्थ रखा जा सकता है।
1. हेल्दी डाइट लें: हरी सब्जियां, फल, होल ग्रेन, ड्राई फ्रूट्स और कम तेल वाला भोजन दिल के लिए फायदेमंद है।
2. नियमित व्यायाम करें: रोजाना कम से कम 30 मिनट वॉक, योग या एक्सरसाइज करें।
3. तनाव को कम करें: मेडिटेशन और प्राणायाम तनाव दूर करने में कारगर हैं।
4. धूम्रपान और शराब से दूरी: स्मोकिंग और अल्कोहल दिल के लिए जहर समान हैं।
5. हेल्थ चेकअप कराते रहें: साल में एक बार ब्लड प्रेशर, शुगर और कोलेस्ट्रॉल की जांच जरूर कराएं।
6. पर्याप्त नींद लें: 7 से 8 घंटे की नींद दिल और दिमाग दोनों को स्वस्थ रखती है।
विशेषज्ञों की राय
डॉक्टरों का कहना है कि युवाओं को अब से ही अपनी हेल्थ को प्राथमिकता देनी होगी। “आज अगर युवा सावधानी नहीं बरतेंगे तो कल बड़ी बीमारियों से जूझना पड़ सकता है। हेल्दी रूटीन, संतुलित खानपान और तनावमुक्त जीवन ही हार्ट अटैक से बचने का असली उपाय है।”
दिल की बीमारी अब केवल बुजुर्गों की समस्या नहीं रही। बदलते लाइफस्टाइल और गलत आदतों ने इसे युवाओं के लिए भी बड़ा खतरा बना दिया है। समय रहते अगर जागरूकता बढ़ाई जाए और सही कदम उठाए जाएं तो हार्ट डिजीज से बचाव संभव है। युवाओं को चाहिए कि वे अपने खानपान, दिनचर्या और मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान दें ताकि दिल मजबूत और सेहत अच्छी बनी रहे।