
देवघर। समाज सेवा और आध्यात्मिकता के क्षेत्र में निरंतर सक्रिय ब्रह्माकुमारीज देवघर सेवा केंद्र द्वारा शनिवार को एक विशाल रक्तदान जागरूकता रैली का आयोजन किया गया। यह रैली विश्व बंधुत्व दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित होने वाले मेगा रक्तदान शिविर को सफल बनाने की दिशा में उठाया गया महत्वपूर्ण कदम था।
यह आयोजन ब्रह्माकुमारीज की पूर्व मुख्य प्रशासिका दादी प्रकाशमणि जी की 18वीं पुण्यतिथि (25 अगस्त 2025) की स्मृति में किया जा रहा है। रविवार, 24 अगस्त को देवघर के आनंद भवन (सांदीपनी स्कूल के पास, झौंसागढ़ी) स्थित मुख्य सेवा केंद्र में सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक यह शिविर लगाया जाएगा।
रक्तदान रैली का उद्देश्य
शनिवार, 23 अगस्त को सुबह 8:30 से 9:30 बजे तक निकाली गई इस रैली का नेतृत्व देवघर सेवा केंद्र की मुख्य प्रभारी रीता दीदी ने किया। रैली का मुख्य उद्देश्य लोगों के भीतर रक्तदान से जुड़े डर को समाप्त करना और उन्हें रक्तदान के लाभों के बारे में जागरूक करना था।
रीता दीदी ने कहा कि –
> “रक्तदान केवल जीवन बचाने का साधन ही नहीं, बल्कि आत्मिक शांति और सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त करने का अवसर भी है। प्रत्येक रक्तदाता मानव सेवा की दिशा में महान योगदान करता है।”
मेगा रक्तदान शिविर की तैयारियाँ
रक्तदान शिविर की तैयारियों को लेकर सेवा केंद्र की ओर से विशेष व्यवस्था की गई है। रक्तदाताओं की सुविधा के लिए सभी आवश्यक चिकित्सा सेवाओं और प्राथमिक सुविधाओं का ध्यान रखा जा रहा है। साथ ही शिविर को आध्यात्मिक ऊर्जा से भरपूर बनाने के लिए वातावरण को प्रेरणादायक और सकारात्मक रखा जाएगा।
रीता दीदी ने जानकारी दी कि अब तक 80 से अधिक लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया है, और उम्मीद है कि रविवार तक यह संख्या 100 से भी अधिक हो जाएगी।
सामाजिक संस्थाओं का सहयोग
इस पूरे आयोजन में ब्रह्माकुमारीज देवघर के साथ-साथ कई सामाजिक संस्थाएँ भी सक्रिय सहयोग कर रही हैं।
इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी की ओर से श्री जितेश राजपाल और श्री निरंजन सिंह।
रोटरी क्लब की ओर से श्री पीयूष जायसवाल।
लायंस क्लब की ओर से श्री आनंद ड्रोलिया।
मारवाड़ी युवा मंच की ओर से श्री रोहित सुल्तानिया और श्री अंशु बंका।
इसके अलावा ब्रह्माकुमारीज सेवा धारी बहनों व भाइयों – पिंकी दीदी, पूनम दीदी, अमर भाई, अभिषेक भाई, अजय भाई, अशोक भाई और गौरांग भाई सहित अन्य कार्यकर्ताओं ने पूरे कार्यक्रम की रूपरेखा को सफल बनाने में सहयोग किया।
रक्तदान क्यों है महत्वपूर्ण?
भारत जैसे विशाल देश में हर साल हजारों लोगों की जान केवल इसलिए चली जाती है क्योंकि समय पर रक्त उपलब्ध नहीं हो पाता। रक्तदान वह पुण्य कार्य है जिससे एक ही बार में तीन से चार लोगों की जान बचाई जा सकती है। खासकर दुर्घटनाओं, ऑपरेशनों, थैलेसीमिया और कैंसर पीड़ित मरीजों को समय पर रक्त न मिलने से जान का जोखिम बढ़ जाता है।
ब्रह्माकुमारीज का यह प्रयास समाज में रक्तदान जागरूकता को बढ़ाने और लोगों को इस महान सेवा से जोड़ने का सराहनीय कदम है।
विश्व बंधुत्व दिवस और दादी प्रकाशमणि जी की प्रेरणा
हर साल 25 अगस्त को विश्व बंधुत्व दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन को विशेष रूप से ब्रह्माकुमारीज संगठन द्वारा मानवता और भाईचारे को प्रोत्साहित करने के लिए समर्पित किया जाता है।
ब्रह्माकुमारीज की पूर्व मुख्य प्रशासिका दादी प्रकाशमणि जी ने जीवनभर विश्व शांति, सेवा और भाईचारे का संदेश दिया। उनकी पुण्यतिथि पर आयोजित यह रक्तदान शिविर उनकी उस भावना का प्रतीक है, जिसमें उन्होंने हमेशा मानव सेवा को सर्वोपरि माना।
रैली में दिखा उत्साह
शनिवार को निकाली गई रक्तदान रैली में बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिकों ने भाग लिया। सड़कों पर चलते हुए प्रतिभागियों ने रक्तदान के महत्व से जुड़े नारे लगाए और लोगों को इस पुण्य कार्य से जुड़ने का संदेश दिया।
रैली के दौरान युवाओं और महिलाओं की सक्रिय भागीदारी देखने को मिली। यह रैली देवघर शहर में जागरूकता फैलाने में अत्यंत प्रभावी रही।
ब्रह्माकुमारीज की अपील
ब्रह्माकुमारीज देवघर सेवा केंद्र ने सभी नागरिकों से अपील की है कि वे रविवार को होने वाले मेगा रक्तदान शिविर में अधिक से अधिक संख्या में शामिल होकर रक्तदान करें।
रक्तदान न केवल किसी ज़रूरतमंद की जान बचाता है, बल्कि दानदाता को भी मानसिक संतोष और आत्मिक शांति प्रदान करता है।
देवघर में आयोजित होने वाला यह मेगा रक्तदान शिविर केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि समाज को बेहतर दिशा देने वाला अभियान है। ब्रह्माकुमारीज देवघर सेवा केंद्र का यह प्रयास दर्शाता है कि आध्यात्मिक संस्थाएँ केवल भक्ति और ध्यान तक सीमित नहीं हैं, बल्कि समाज सेवा और मानव कल्याण के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं।
रक्तदान रैली और शिविर के माध्यम से निश्चित रूप से समाज में रक्तदान को लेकर सकारात्मक माहौल बनेगा और अधिक से अधिक लोग इस महान कार्य से जुड़ेंगे।