
बिहार में सब सीटों पर मैदान: तेज प्रताप यादव का VVIP के साथ खड़ा निर्देशित गठबंधन
1. पटना, 5 अगस्त 2025: तेज प्रताप यादव — जो हाल ही में RJD और यादव परिवार से छह वर्ष के लिए निष्कासित किए गए थे — ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस में घोषणा की कि वह VVIP (Vikassheel Insaan Party) के साथ मिलकर सभी 243 विधानसभा सीटों पर उम्मीदवार उतारेंगे । इस कदम से बिहार की राजनीति में नया तूफान आने की अफवाहें तेज हो गई हैं।
2. क्यों यह गठबंधन?– पृष्ठभूमि
RJD से निष्कासन: 24 मई 2025 को तेज प्रताप के विवादित सोशल मीडिया पोस्ट के बाद उन्हें RJD से निष्कासित किया गया। शुरू में उन्होंने हैकिंग का दावा किया, फिर 30 जून को स्वयं स्वीकार किया था
निष्कासन के बाद, उन्होंने “टीम तेज प्रताप” नाम से महुआ क्षेत्र में राजनीतिक सक्रियता बढ़ाई और स्वतंत्र रूप से महुआ सीट से चुनाव लड़ने की घोषणा की ।
3. प्रेस कॉन्फ्रेंस और गठबंधन की घोषणा
आज दोपहर पटना के होटल मौर्य में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में तेज प्रताप ने VVIP पार्टी के साथ गठबंधन को औपचारिक रूप दिया। VVIP अध्यक्ष मुकेश साहनी ने भी यह संयुक्त चुनाव लड़ने की घोषणा की ।
उन्होंने घोषणा की कि 243 विधानसभा सीटों पर अपना उम्मीदवार उतारा जाएगा, जिससे यह गठबंधन पूरे राज्य में प्रभाव जमाने की योजना पर काम कर रहा है ।
4. गठबंधन का एजेंडा और उद्देश्य
तेज प्रताप ने इसे ‘नई राजनीतिक शुरुआत’ बताया और यह स्पष्ट किया कि यह किसी पद‑लोभ की राजनीति नहीं है, बल्कि यादव और पिछड़ा वर्ग समान रूप से शामिल होंगे।
उन्होंने VIP के संगठनात्मक संसाधन स्वीकार किए पर उसकी विचारधारा से पूरी सहमति नहीं जताई, इसलिए ‘राजनीतिक साझेदारी’ को प्राथमिकता दी गई ।
उन्होंने RJD और कांग्रेस को भी गठबंधन में शामिल होने का न्योता दिया, ताकि opposition मिलकर मजबूत खड़ा हो सके ।
5. महुआ सीट की रणनीति
तेज प्रताप स्पष्ट रूप से महुआ विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे, वही क्षेत्र जहाँ उन्होंने पहले मंत्री रहते विकास कार्य किए थे जैसे सड़क निर्माण और मेडिकल कॉलेज; अब वह वहां डिग्री कॉलेज खोलने और महुआ को जिला बनाने की योजना की बात कर रहे हैं ।
महुआ फिलहाल RJD विधायक मुकेश कुमार रौशन के पास है, जिन्हें तेज प्रताप एक प्रमुख प्रतिद्वंद्वी के रूप में देख रहे हैं । उन्होंने कहा कि यह “लालू यादव की विरासत पर जनमत व्यक्त करने” जैसा कदम होगा।
6. राजनीतिक टकराव व अंतर्ज familial विषमता
तेज प्रताप ने RJD को सवाल किया कि क्या वह उसी कठोरता से अपने विधायक भई बिरेंद्र के खिलाफ कार्रवाई करेगा, जैसा कि उनके साथ किया गया; यह स्पष्ट संकेत है कि उन्होंने RJD नेतृत्व एवं परिवार से दूरी बनाए रखी है ।
उन्होंने यह भी बताया कि परिवार में पारिवारिक तनाव और तेजस्वी यादव से दूरी के बीच उन्होंने स्वतंत्र पहचान बनाने का निर्णय किया है।
7. राजनीतिक समीकरणों पर प्रभाव
विश्लेषक मानते हैं कि यह गठबंधन यादव वोट बैंक को विभाजित कर सकता है और RJD के भीतर खलबली मचा सकता है, खासकर opposition की समेकित ताकत के बीच यह नया चलन महत्वपूर्ण हो सकता है ।
VIP ने पहले भारत जोड़ो यात्रा (INDIA ब्लॉक की yatra) में भाग लिया, पर तेज प्रताप VVIP गठबंधन की स्थिति उस यात्रा में स्पष्ट नहीं रही ।
8. विपक्षी मोर्चे की स्थिति
INDIA ब्लॉक की Y‑यात्रा अगस्त की दूसरी सप्ताह से शुरू हो रही है, जिसमें voter list anomalies और CAG की रिपोर्ट में उठाए गए कथित 80,000 करोड़ के गवर्नमेंट फंड मिसयूज़ जैसे मुद्दे उठाए जाएंगे। VVIP‑तेज प्रताप गठबंधन की इसमें भागीदारी अस्पष्ट है ।
VIP नेता मुकेश साहनी ने आखिर में यह संकेत दिया था कि यदि GRAND ALLIANCE जीतता है तो Tejashwi CM होंगे और Mallah समुदाय को डीप्टी CM बनेगी – यह गठबंधन वैश्विक रणनीति के हिस्से के रूप में देखा जा रहा है
9. बिहार की राजनीति में नया खेल
तेज प्रताप यादव द्वारा VVIP के साथ राष्ट्रव्यापी चुनावी गठबंधन, सभी 243 सीटों पर मैदान में उतरने की घोषणा, और पार्टी नेतृत्व से दूरी की नीति—यह सब मिलकर बिहार के राजनीतिक परिदृश्य में एक नया मोड़ ला रहे हैं।
इससे न केवल RJD को चुनौती मिलेगी, बल्कि विपक्षी गठबंधन की अखंडता और बहुसंख्यक वोट बैंक की गतिशीलता भी प्रभावित होगी। महुआ से तेज प्रताप की लड़ाई एक मात्र लोकसभा सीट नहीं—बल्कि राजनीतिक पहचान, परिवार विरासत और यादव‑वोट बैंक के पुनर्गठन की लड़ाई मानी जा रही है।