
लालू बोले- BJP को उखाड़ फेंको, राहुल गांधी ने कहा- संविधान बचाने की लड़ाई, तेजस्वी ने चुनाव आयोग को बताया कठपुतली
बिहार की राजनीति में एक बार फिर बड़ा सियासी माहौल देखने को मिल रहा है। पटना से शुरू हुई ‘वोट अधिकार यात्रा’ ने विपक्षी दलों को एकजुट कर दिया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी, राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव एक मंच पर नजर आए। तीनों नेताओं ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर जमकर निशाना साधा और जनता से 2025 विधानसभा चुनाव में भाजपा को हराने की अपील की।
लालू यादव का तीखा हमला – “BJP को उखाड़ फेंको”
सभा को संबोधित करते हुए लालू प्रसाद यादव ने कहा कि बिहार की जनता ने हमेशा अन्याय और अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाई है। आज समय आ गया है कि भाजपा सरकार को उखाड़ फेंका जाए। उन्होंने कहा,
“BJP जनता को बांटने की राजनीति करती है। किसानों, युवाओं और गरीबों के हक पर डाका डाल रही है। हमें मिलकर इनके खिलाफ आवाज उठानी होगी।”
लालू ने युवाओं से अपील की कि वे ज्यादा से ज्यादा संख्या में इस यात्रा से जुड़ें और आने वाले चुनाव में भाजपा को सबक सिखाएं।
राहुल गांधी बोले- संविधान बचाने की लड़ाई
राहुल गांधी ने इस यात्रा को लोकतंत्र और संविधान की रक्षा के लिए जरूरी बताया। उन्होंने कहा,
“आज देश का संविधान खतरे में है। भाजपा और आरएसएस मिलकर देश की नींव को कमजोर कर रहे हैं। यह सिर्फ एक चुनावी लड़ाई नहीं है, बल्कि संविधान बचाने की लड़ाई है।”
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार बेरोजगारी और महंगाई जैसे मुद्दों पर पूरी तरह विफल रही है। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे जात-पात और धर्म की राजनीति से ऊपर उठकर एकजुट हों।
तेजस्वी यादव ने चुनाव आयोग पर साधा निशाना
इस मौके पर तेजस्वी यादव ने सबसे तीखा बयान दिया। उन्होंने कहा कि भाजपा ने लोकतांत्रिक संस्थाओं को कमजोर कर दिया है और चुनाव आयोग अब भाजपा की कठपुतली बन चुका है।
तेजस्वी ने कहा,
“BJP लोकतंत्र का गला घोंट रही है। आज चुनाव आयोग भी जनता का नहीं, बल्कि सत्ता का काम कर रहा है। अगर जनता जागरूक नहीं हुई, तो भविष्य में चुनाव महज एक दिखावा बनकर रह जाएंगे।”
जनता का उत्साह और भीड़ का उमड़ना
‘वोट अधिकार यात्रा’ के दौरान बिहार के कई जिलों से लोग बड़ी संख्या में पटना पहुंचे। भीड़ में खासकर युवाओं और किसानों का उत्साह देखने को मिला। मंच पर लगातार ‘संविधान बचाओ’, ‘BJP हटाओ’ और ‘रोजगार दो’ जैसे नारे लगते रहे।
कांग्रेस और राजद कार्यकर्ताओं ने यात्रा के दौरान हाथों में झंडे और तख्तियां लेकर मार्च किया।
विपक्षी एकजुटता का संदेश
इस यात्रा ने एक बार फिर बिहार की राजनीति में महागठबंधन की एकजुटता को दिखा दिया है। लालू, राहुल और तेजस्वी एक मंच से BJP को हराने का संदेश देकर चुनावी राजनीति को गरमा चुके हैं।
राजनीतिक जानकारों का कहना है कि यह यात्रा 2025 विधानसभा चुनाव का ट्रेलर है और इसका सीधा असर चुनावी समीकरणों पर पड़ सकता है।
‘वोट अधिकार यात्रा’ अब सिर्फ बिहार तक सीमित नहीं है, बल्कि इसे राष्ट्रीय स्तर पर भी देखा जा रहा है। विपक्ष इसे लोकतंत्र बचाने का आंदोलन बता रहा है, वहीं भाजपा इसे चुनावी नौटंकी कहकर खारिज कर रही है।
फिलहाल, बिहार की सियासत इस यात्रा से और गर्म हो चुकी है और आने वाले महीनों में इसके राजनीतिक नतीजे देखने को मिलेंगे।