
झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले में लागू की गई ‘मंईयां सम्मान योजना’ से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है। इस योजना का लाभ ले रहीं करीब 7 हजार महिलाओं का नाम अब लाभार्थियों की सूची से हटाया जाने वाला है। इसके पीछे की मुख्य वजह महिलाओं की उम्र है — दरअसल, जो महिलाएं अब 50 वर्ष की आयु पार कर चुकी हैं, उन्हें इस योजना के दायरे से बाहर कर दिया जाएगा।
‘मंईयां सम्मान योजना’ झारखंड सरकार की एक महत्वाकांक्षी सामाजिक योजना है, जिसका उद्देश्य महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना और उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है। इस योजना के तहत महिलाओं को मासिक वित्तीय सहायता दी जाती है, ताकि वे अपने परिवार के खर्चों में हाथ बंटा सकें। विशेष रूप से ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों की महिलाओं को इस योजना का सबसे अधिक लाभ मिलता रहा है।
हालांकि, अब जिला प्रशासन द्वारा किए गए सर्वेक्षण और योजना की समीक्षा के बाद यह फैसला लिया गया है कि 50 वर्ष से अधिक आयु की महिलाएं इस योजना के योग्य नहीं रहेंगी। इस निर्णय से जिले की लगभग 7 हजार महिलाएं प्रभावित होंगी, जिनका नाम लाभार्थियों की सूची से हटाने की प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है।
प्रशासन का कहना है कि योजना की गाइडलाइंस के अनुसार यह फैसला लिया गया है, ताकि सीमित संसाधनों के बीच युवा और ज़रूरतमंद महिलाओं को प्राथमिकता दी जा सके। हालांकि, यह कदम कई महिलाओं के लिए झटका साबित हो सकता है, खासकर उन लोगों के लिए जो इस सहायता पर काफी हद तक निर्भर रही हैं।
इस फैसले को लेकर कई सामाजिक संगठनों और महिला समूहों ने चिंता व्यक्त की है। उनका कहना है कि 50 वर्ष की उम्र पार करने के बाद भी कई महिलाएं आजीविका के लिए संघर्ष कर रही हैं, ऐसे में उन्हें योजना से बाहर करना उनके साथ अन्याय होगा। कुछ संगठनों ने राज्य सरकार से अपील की है कि वे इस निर्णय पर पुनर्विचार करें और जरूरतमंद बुजुर्ग महिलाओं के लिए वैकल्पिक योजनाएं तैयार करें।
अब देखना यह है कि आने वाले दिनों में सरकार इस मुद्दे पर क्या रुख अपनाती है और क्या इन महिलाओं के लिए कोई विशेष राहत या नई योजना की घोषणा की जाती है।