
‘ना बिजली आएगी, ना बिल आएगा…’: नीतीश कुमार के मुफ्त बिजली एलान पर यूपी के मंत्री एके शर्मा का तंज
पटना/लखनऊ। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा राज्य में मुफ्त बिजली देने की घोषणा पर सियासी घमासान मच गया है। इस एलान पर अब उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “बिहार में बिजली तभी मुफ्त होगी, जब बिजली उपलब्ध होगी। जब बिजली होगी ही नहीं, तो बिल कैसा और माफी कैसी?”
शर्मा ने नीतीश कुमार के इस वादे को ‘जनता को गुमराह करने वाला’ बताते हुए कहा कि मुफ्त बिजली की घोषणा सुनने में तो आकर्षक लगती है, लेकिन जमीनी सच्चाई कुछ और है। उन्होंने कहा कि “बिहार के कई जिलों में अभी भी नियमित बिजली आपूर्ति नहीं हो पाती, ऐसे में यह वादा महज एक राजनीतिक स्टंट है।”
क्या कहा था नीतीश कुमार ने?
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हाल ही में यह एलान किया कि राज्य में गरीब और मध्यम वर्ग को अब बिजली का बिल नहीं देना होगा। उनका कहना है कि राज्य सरकार बिजली आपूर्ति को दुरुस्त करने और उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए एक नई योजना लागू करने जा रही है। इसके तहत घरेलू उपभोक्ताओं को मुफ्त बिजली मिलेगी।
यूपी सरकार की तुलना
यूपी के ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा ने इस मौके पर उत्तर प्रदेश की तुलना करते हुए कहा कि योगी आदित्यनाथ सरकार ने राज्य में 24 घंटे बिजली पहुंचाई है, और अब फोकस स्मार्ट मीटरिंग, बिजली चोरी रोकना, और सुधारों के जरिए पारदर्शिता बढ़ाने पर है। उन्होंने कहा, “हम फ्री की राजनीति नहीं, बल्कि रीफॉर्म की राजनीति कर रहे हैं।”
नीतीश कुमार के इस एलान पर विपक्षी पार्टियों ने जहां सवाल उठाए हैं, वहीं जदयू और राजद समर्थकों का दावा है कि यह कदम जनकल्याण की दिशा में ऐतिहासिक पहल है। राजद के नेताओं ने एके शर्मा के बयान को राजनीतिक जलन करार दिया है।
क्या है हकीकत?
बिहार में बिजली वितरण प्रणाली पहले से ही चुनौतियों से घिरी रही है। ग्रामीण इलाकों में बिजली आपूर्ति में अक्सर घंटों की कटौती होती है। वहीं, ट्रांसफार्मर खराब होने या लाइन फॉल्ट जैसी समस्याएं आम हैं।
नीतीश कुमार की यह घोषणा वोट बैंक को ध्यान में रखते हुए कही जा रही है या यह वास्तव में कोई सामाजिक सुधार योजना है, यह तो आने वाला समय बताएगा। लेकिन इस पर यूपी सरकार के मंत्री द्वारा किया गया कटाक्ष, निश्चित रूप से सियासी गर्मी बढ़ाने वाला है।