
गुरुवार का शक्तिशाली मंत्र: ओम नमो भगवते वासुदेवाय का जाप दिलाएगा विष्णु और बृहस्पति की कृपा, जानें विधि और महत्व।
गुरुवार का दिन भगवान विष्णु और देवगुरु बृहस्पति को समर्पित माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन भगवान विष्णु की पूजा और विशेष मंत्रों के जाप से जीवन में सुख-समृद्धि, ज्ञान और सौभाग्य की प्राप्ति होती है। यह दिन आध्यात्मिक साधना, दान-पुण्य और गुरुजनों के सम्मान के लिए भी अत्यंत शुभ माना गया है।
ज्योतिष शास्त्र में गुरुवार को बृहस्पति ग्रह का दिन कहा गया है, जो ज्ञान, वैवाहिक जीवन, धन और सम्मान के कारक हैं। यदि किसी की कुंडली में बृहस्पति कमजोर हो या जीवन में बार-बार आर्थिक और वैवाहिक समस्याएं आ रही हों, तो गुरुवार के दिन भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप विशेष रूप से लाभकारी माना जाता है।
प्रमुख मंत्र और उनका महत्व
ओम नमो भगवते वासुदेवाय
यह भगवान विष्णु का द्वादशाक्षरी मंत्र है, जिसके जाप से मन को शांति, पापों का क्षय और आत्मबल की वृद्धि होती है।
ॐ बृं बृहस्पतये नमः
यह मंत्र देवगुरु बृहस्पति को प्रसन्न करने के लिए जपा जाता है। इसके नियमित जाप से ज्ञान में वृद्धि और जीवन में स्थिरता आती है।
जाप की विधि
1. सुबह स्नान के बाद पीले या हल्के पीले वस्त्र पहनें।
2. पीले आसन पर बैठकर पीले फूल और हल्दी के साथ भगवान विष्णु की पूजा करें।
3. तुलसी पत्र, पीली मिठाई या चना दाल का भोग लगाएं।
4. मंत्र का जाप कम से कम 108 बार करें।
5. संभव हो तो गुरुवार को पीले वस्त्र दान करें और किसी ब्राह्मण को भोजन कराएं।
लाभ
जीवन में धन, सुख और समृद्धि की प्राप्ति।
शिक्षा और करियर में सफलता।
दांपत्य जीवन में प्रेम और सामंजस्य।
बृहस्पति ग्रह की अनुकूल स्थिति से सभी कार्यों में सफलता।