
Air India Flight News: बाली एयरपोर्ट के पास ज्वालामुखी विस्फोट से मचा हड़कंप,एयर इंडिया की दिल्ली-बाली फ्लाइट को बीच रास्ते से लौटना पड़ा, यात्रियों को किया गया होटल में शिफ्ट।
नई दिल्ली। 18 जून: इंडोनेशिया के बाली द्वीप में ज्वालामुखी विस्फोट के कारण बुधवार को एक बड़ा विमान हादसा टल गया। एयर इंडिया की दिल्ली से बाली जा रही अंतरराष्ट्रीय उड़ान AI2145 को सुरक्षा कारणों के चलते रास्ते से ही दिल्ली लौटना पड़ा। यह निर्णय बाली एयरपोर्ट के पास सक्रिय हुए ज्वालामुखी से उठते राख और धुएं के कारण लिया गया, जो विमानों की उड़ान सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा माना जाता है।
एयर इंडिया का बयान: यात्रियों की सुरक्षा सर्वोपरि
एयर इंडिया ने इस घटना पर आधिकारिक बयान जारी करते हुए कहा कि “18 जून को जैसे ही हमें गंतव्य हवाई अड्डे (बाली) के पास ज्वालामुखी विस्फोट की जानकारी मिली, हमने तत्काल सुरक्षा कारणों से फ्लाइट AI2145 को वापस दिल्ली लौटने की सलाह दी। फ्लाइट पूरी तरह सुरक्षित रही और विमान दिल्ली एयरपोर्ट पर सुरक्षित लैंड कर गया।”
बयान में यह भी कहा गया कि “सभी यात्रियों को सुरक्षित रूप से विमान से उतार लिया गया है। यात्रियों के लिए होटल में रुकने की समुचित व्यवस्था की गई है, और उन्हें फ्लाइट रद्द करने या किसी वैकल्पिक उड़ान के लिए पूरा रिफंड देने का विकल्प भी दिया गया है।”
यात्रियों को मिली राहत, लेकिन बढ़ा गुस्सा
हालांकि एयर इंडिया ने यात्रियों की सुविधा का ख्याल रखते हुए त्वरित कदम उठाए, लेकिन अचानक उड़ान रद्द होने और बार-बार हो रही ऐसी घटनाओं के कारण कुछ यात्री नाराज दिखे। कई यात्रियों ने सोशल मीडिया पर अपनी नाराजगी जताई और एयर इंडिया की फ्लाइट ऑपरेशन व्यवस्था पर सवाल उठाए।
एक दिन पहले 6 अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रद्द
गौरतलब है कि इससे एक दिन पहले मंगलवार को एयर इंडिया ने लंदन-अमृतसर, दिल्ली-दुबई समेत कुल 6 अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रद्द कर दी थीं। कंपनी ने इसके पीछे तकनीकी कारण, विमान बेड़े की अनिवार्य जांच और ऑपरेशनल क्लीयरेंस की बात कही थी। लेकिन यात्रियों को इसकी जानकारी देर से मिलने के कारण भारी असुविधा और अफरा-तफरी की स्थिति बन गई थी।
ज्वालामुखी विस्फोट हवाई उड़ानों के लिए गंभीर खतरा
विशेषज्ञों के अनुसार, ज्वालामुखी विस्फोट से उठने वाली राख और गैसें विमान के इंजन को नुकसान पहुंचा सकती हैं। कई बार इससे इंजन फेल होने का खतरा भी रहता है। इसी कारण किसी भी ज्वालामुखीय गतिविधि के आसपास उड़ानों को तत्काल प्रभाव से रोकना या डायवर्ट करना अंतरराष्ट्रीय एविएशन प्रोटोकॉल का हिस्सा है।
बाली एयरपोर्ट के पास ज्वालामुखी विस्फोट ने एक बार फिर साबित कर दिया कि विमानन क्षेत्र में सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाती है। एयर इंडिया की ओर से समय पर लिया गया निर्णय यात्रियों की जान की रक्षा में सहायक साबित हुआ, हालांकि लगातार हो रही उड़ान रद्दीकरण की घटनाएं यात्रियों के भरोसे को प्रभावित कर रही हैं।
डिस्क्लेमर: यह समाचार एजेंसी और एयरलाइन द्वारा जारी आधिकारिक बयानों पर आधारित है। इसमें दी गई जानकारी परिवर्तनीय हो सकती है, अतः संबंधित प्राधिकरण से पुष्टि करना आवश्यक है।