रांची/गुमला/जमशेदपुर: झारखंड में लोक आस्था के महापर्व छठ की धूम मची हुई है। शनिवार को खरना के साथ ही चार दिवसीय छठ महापर्व का दूसरा दिन पूरे राज्य में श्रद्धा, आस्था और उत्साह के माहौल में मनाया जा रहा है। रविवार को संध्या अर्घ्य और सोमवार को प्रातः अर्घ्य के साथ व्रतियों का यह कठिन तप पूरा होगा। झारखंड के गुमला, जमशेदपुर, रांची, बोकारो और धनबाद समेत सभी जिलों में घाटों की भव्य सजावट की गई है और प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं।
गुमला में छठ घाटों पर दीपों की जगमगाहट
गुमला जिले में छठ पूजा को लेकर श्रद्धालुओं में जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है। शहर के प्रमुख सदर घाट, नटखट तालाब, घाघरा नदी तट और राजेंद्र तालाब पर भव्य सजावट की गई है। स्थानीय महिलाओं ने पारंपरिक तरीके से घाटों की सफाई की और रंगोली बनाकर सूर्य देव को अर्घ्य देने की तैयारियां शुरू कर दी हैं।
नगर परिषद की ओर से घाटों पर प्रकाश व्यवस्था, बैरिकेडिंग और साफ-सफाई का पूरा प्रबंध किया गया है। स्थानीय समाजसेवी संस्थाओं ने भी घाटों पर निःशुल्क चाय-पानी और प्राथमिक चिकित्सा की व्यवस्था की है। छठ व्रतियों के लिए शाम को खरना प्रसाद — गुड़ की खीर, रोटी और केला — तैयार किया जा रहा है, जो रविवार सुबह से व्रत की शुरुआत का प्रतीक होगा।
जमशेदपुर में टाटा स्टील ने संभाली जिम्मेदारी, घाटों को किया रोशन
जमशेदपुर में इस वर्ष छठ घाटों की सजावट कुछ अलग नजर आ रही है। सोनारी, बिष्टुपुर, जुबली पार्क, कदमा और साकची घाटों पर आकर्षक लाइटिंग लगाई गई है। टाटा स्टील और जुस्को ने मिलकर सभी घाटों पर साफ-सफाई, पेयजल और बिजली की सुविधा सुनिश्चित की है। महिला श्रद्धालु पारंपरिक वेशभूषा में सूर्य उपासना की तैयारी कर रही हैं। पूरा माहौल भक्तिमय बना हुआ है। व्रतियों के घरों में आज खरना प्रसाद का वितरण किया जाएगा, जिसके बाद 36 घंटे का निर्जला उपवास शुरू होगा। जमशेदपुर के उपायुक्त मनीष कुमार ने बताया कि सभी घाटों पर पुलिस बल की तैनाती की गई है। एनडीआरएफ की टीमों को भी स्टैंडबाय रखा गया है ताकि किसी आकस्मिक स्थिति में तुरंत राहत पहुंचाई जा सके।
रांची में तालाबों की सफाई और ड्रोन निगरानी
राजधानी रांची में छठ पूजा को लेकर प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है। कांके डैम, हटिया तालाब, बुढ़ा तालाब और रातू रोड स्थित जलाशयों पर हजारों श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है। नगर निगम ने घाटों की सफाई और जल स्तर जांचने का कार्य पूरा कर लिया है। सुरक्षा व्यवस्था के लिए ड्रोन कैमरों से निगरानी की जाएगी। इसके साथ ही हर घाट पर महिला पुलिस बल की तैनाती की गई है। नगर निगम के कर्मचारी लगातार सफाई अभियान में जुटे हैं ताकि व्रतियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
छठ घाटों पर बच्चों और युवाओं का उत्साह
छठ पर्व का आकर्षण केवल व्रतियों तक सीमित नहीं है, बल्कि बच्चे और युवा भी इस पर्व में पूरे जोश के साथ शामिल हो रहे हैं। गुमला, जमशेदपुर और रांची में स्कूली बच्चे गीत गा रहे हैं — “केलवा जे फरेला घवद से…”। युवाओं की टोली घाटों पर लाइटिंग और सजावट में मदद कर रही है। कई जगहों पर छठ गीत प्रतियोगिता और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया गया है, जिससे माहौल पूरी तरह भक्तिमय बना हुआ है।
प्रशासन ने की अपील – सुरक्षा नियमों का पालन करें श्रद्धालु
सभी जिलों के प्रशासन ने छठ घाटों पर जाने वाले श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे सुरक्षा नियमों का पालन करें। नदी और तालाबों के किनारे ज्यादा आगे न बढ़ें, बच्चों का विशेष ध्यान रखें और पर्यावरण की रक्षा के लिए प्लास्टिक का उपयोग न करें। साथ ही घाटों पर फूल-मालाओं और प्रसाद के अवशेष न फेंकने की भी सलाह दी गई है। नगर निगम ने पर्यावरण स्वच्छता के लिए विशेष टीमों की तैनाती की है।
छठ पूजा का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व
छठ पूजा केवल धार्मिक आस्था का पर्व नहीं, बल्कि प्रकृति, जल और सूर्य की उपासना का उत्सव है। झारखंड में यह पर्व बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश की परंपरा से जुड़ा होने के बावजूद यहां की लोकसंस्कृति में गहराई से रच-बस गया है। यह पर्व सामाजिक एकता और पवित्रता का प्रतीक माना जाता है। परिवार और समाज के लोग एक साथ मिलकर सूर्य देव की आराधना करते हैं, जिससे सामूहिक सौहार्द की भावना और मजबूत होती है।
व्रतियों के घरों में तैयारियां चरम पर
छठ व्रतियों के घरों में आज से ही तैयारियां जोरों पर हैं। थाली, सूप, दउरा, डलिया, केला, नारियल, गन्ना, सिंघाड़ा, सेब, नींबू, अदरक और चढ़ावे का सामान खरीदने के लिए बाजारों में भीड़ देखी जा रही है। रांची के अपर बाजार, जमशेदपुर के साकची मार्केट और गुमला के मुख्य चौक बाजार में सुबह से ही खरीदारी का सिलसिला जारी है। महिलाएं पूजा सामग्री के चयन में पूरी श्रद्धा के साथ लगी हैं।
सोशल मीडिया पर छठ महापर्व की झलक
झारखंड के लोग छठ की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर भी साझा कर रहे हैं। फेसबुक, इंस्टाग्राम और एक्स (ट्विटर) पर #ChhathPuja2025 और #JharkhandChhath ट्रेंड कर रहा है।
अंतिम चरण की तैयारियां पूरी, श्रद्धालु उत्सुक
शनिवार शाम को खरना के बाद से व्रती 36 घंटे का निर्जला उपवास रखेंगे। रविवार को संध्या अर्घ्य और सोमवार को उदयमान सूर्य को अर्घ्य अर्पित करने के साथ छठ महापर्व संपन्न होगा। झारखंड के हर जिले में इस समय श्रद्धा, भक्ति और पवित्रता का संगम देखने को मिल रहा है।
झारखंड में छठ महापर्व केवल धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि आस्था, अनुशासन और सामाजिक एकता का प्रतीक है। गुमला से लेकर जमशेदपुर तक पूरे राज्य में सूर्य उपासना के इस पावन पर्व ने लोगों को एक सूत्र में बांध दिया है। प्रशासन की सतर्कता और लोगों की श्रद्धा मिलकर इस पर्व को सुरक्षित और भव्य बना रहे हैं।
