देवघर। जिला प्रशासन देवघर द्वारा चलाए जा रहे “आपकी योजना–आपकी सरकार–आपके द्वार” अभियान का शुभारंभ शुक्रवार को जिले के विभिन्न प्रखंडों में किया गया। उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी श्री नमन प्रियेश लकड़ा के निर्देशानुसार यह कार्यक्रम ‘‘सेवा का अधिकार सप्ताह’’ के अंतर्गत आयोजित किया गया। इसके तहत उप विकास आयुक्त (डीडीसी) श्री पीयूष सिन्हा ने देवघर प्रखंड के खोरीपानन पंचायत, देवीपुर प्रखंड के धोबाना पंचायत, और मधुपुर प्रखंड के बुढई पंचायत में लगाए गए शिविरों का उद्घाटन किया और योजनाओं के सुचारु क्रियान्वयन की समीक्षा की।

शिविर का मुख्य उद्देश्य लोगों तक सरकारी योजनाओं को सरल तरीके से पहुँचाना, पात्र लाभुकों की पहचान करना और उन्हें मौके पर ही योजनाओं का फायदा दिलाना था। कार्यक्रम के दौरान डीडीसी ने उपस्थित लाभुकों, ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार द्वारा जनता को योजनाओं का लाभ पारदर्शी तरीके से पहुँचाने के लिए ‘‘सेवा का अधिकार सप्ताह’’ एक महत्वपूर्ण पहल है। इसके अंतर्गत प्रत्येक पंचायत में शिविर लगाकर लोगों के घर–घर तक सरकारी सेवाओं को पहुँचाने का प्रयास किया जा रहा है।
शिविर का उद्घाटन और निरीक्षण
डीडीसी श्री पीयूष सिन्हा ने धोबाना पंचायत में आयोजित शिविर का विधिवत उद्घाटन किया और शिविर परिसर में लगाए गए विभिन्न विभागों के स्टॉल का निरीक्षण किया। उन्होंने प्रत्येक काउंटर पर मौजूद प्रतिनियुक्त कर्मियों से सेवा उपलब्धता की जानकारी ली और आवश्यक दिशा–निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि सरकारी योजनाओं की जानकारी हर नागरिक तक पहुँचना आवश्यक है, ताकि कोई भी योग्य परिवार अपने अधिकार से वंचित न रह सके। इसलिए शिविरों में पारदर्शी और त्वरित सेवाएँ सुनिश्चित की जाएँ।
भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण
मधुपुर प्रखंड के बुढई पंचायत पहुँचने पर उप विकास आयुक्त ने भगवान बिरसा मुंडा की तस्वीर पर माल्यार्पण किया और उनके आदर्शों को स्मरण किया।
उन्होंने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा ने समाज कल्याण, संघर्ष और आदिवासी समाज के अधिकारों की रक्षा के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया है। ‘‘सेवा का अधिकार सप्ताह’’ भी समाज के कमजोर वर्गों तक योजनाओं का लाभ पहुँचाने की दिशा में सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
शिविर में मिलने वाली प्रमुख सेवाएँ
शिविर में अलग–अलग विभागों द्वारा स्टॉल लगाकर योजनाओं को लोगों के लिए और अधिक सरल बनाया गया था। कार्यक्रम के दौरान बड़ी संख्या में लाभुक उपस्थित हुए और मौके पर ही योजनाओं का लाभ प्राप्त किया। शिविर में मुख्य रूप से निम्न परिसंपत्तियाँ और दस्तावेज वितरित किए गए—
मनरेगा जॉब कार्ड का वितरण
सामाजिक सुरक्षा पेंशन के तहत पेंशन स्वीकृति पत्र
आपूर्ति विभाग द्वारा राशन कार्ड
धोती–साड़ी का वितरण
अंचल कार्यालय द्वारा निवास प्रमाण पत्र और प्रधानी लगान रसीद
विभिन्न विभागीय योजनाओं की स्वीकृति और परिसंपत्तियों का वितरण
शिविर में आए कई लाभुकों ने बताया कि उन्हें महीनों से जिन योजनाओं का इंतजार था, वे अब एक ही स्थान पर, बिना किसी जटिल प्रक्रिया के उपलब्ध हो गईं। जिला प्रशासन की इस पहल को आम जनता ने काफी सराहा।
स्वास्थ्य सेवाओं पर विशेष ध्यान
शिविर में लगे स्वास्थ्य शिविर में महिलाओं की हीमोग्लोबिन जाँच पर विशेष फोकस किया गया।
डीडीसी ने कहा कि कुपोषण और एनीमिया ग्रामीण क्षेत्रों की बड़ी समस्या है, इसलिए महिलाओं और किशोरियों के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देना आवश्यक है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने महिलाओं की जाँच कर आवश्यक परामर्श भी दिया।
आपके द्वार पर सरकार की पहल
‘‘आपकी योजना–आपकी सरकार–आपके द्वार’’ कार्यक्रम के माध्यम से सरकार जनता के लिए योजनाओं को उनके घर के पास पहुँचाने का काम कर रही है। पहले जहाँ लोगों को सरकारी कार्यालयों के चक्कर लगाने पड़ते थे, अब वही सुविधाएँ उनके पंचायत स्तर पर उपलब्ध कराई जा रही हैं।
इस अभियान के तहत—
पेंशन
आय, जाति, निवास प्रमाण पत्र
राशन कार्ड
मनरेगा से जुड़ी सेवाएँ
स्वास्थ्य सेवाएँ
कृषि, पशुपालन, सामाजिक सुरक्षा से संबंधित लाभ
एक ही जगह उपलब्ध कराए जाते हैं।
इस कार्यक्रम से ग्रामीण क्षेत्रों में प्रशासन के प्रति विश्वास बढ़ा है और लोगों को योजनाओं का लाभ प्राप्त करने में तेजी आई है। प्रशासन द्वारा यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि सप्ताह भर तक चलने वाले ‘‘सेवा का अधिकार सप्ताह’’ में अधिक से अधिक लाभुकों को योजनाओं का लाभ मिले।
जिलेभर में आयोजित होंगे ऐसे शिविर
उप विकास आयुक्त ने बताया कि आने वाले दिनों में जिले के सभी प्रखंडों और पंचायतों में ऐसे शिविर आयोजित किए जाएँगे, ताकि कोई भी लाभुक छूट न जाए।
उन्होंने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि शिविर में आने वाले प्रत्येक आवेदक की समस्याओं का समाधान त्वरित रूप से किया जाए और किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
कार्यक्रम के अंत में डीडीसी ने सभी अधिकारियों, कर्मियों और ग्रामीणों का धन्यवाद किया और कहा कि सरकार की योजनाओं को जन–जन तक पहुँचाने में सभी की संयुक्त जिम्मेदारी महत्वपूर्ण है।
