भारत और साउथ अफ्रीका के बीच खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच के पहले दिन उतार–चढ़ाव भरा रोमांच देखने को मिला। सेंचुरियन में हुए पहले टेस्ट की निराशा को पीछे छोड़ते हुए टीम इंडिया ने इस मैच की शुरुआत अलग तीव्रता और रणनीति के साथ की। पहले बल्लेबाजी करने उतरी साउथ अफ्रीका टीम ने शुरुआती सेशन में भारत पर दबाव भी बनाया, लेकिन उसके बाद भारतीय गेंदबाज़ों, खासकर कुलदीप यादव ने मैच का रुख पलट दिया। दिन का खेल समाप्त होने पर मेजबान टीम 6 विकेट खोकर 247 रन बना सकी।

शानदार शुरुआत पर फिसली साउथ अफ्रीका की पारी
दूसरे टेस्ट में टॉस साउथ अफ्रीका ने जीता और पहले बल्लेबाजी का फैसला लिया। टीम के ओपनर ने पारी की शुरुआत काफी सधी हुई की। शुरुआती 15 ओवरों तक भारतीय गेंदबाज़ों को ज्यादा सफलता नहीं मिली। पिच में बाउंस और सीम मूवमेंट होने के बावजूद साउथ अफ्रीकी बल्लेबाजों ने संयम के साथ बल्लेबाजी की। भारत के लिए यह चरण चुनौतीपूर्ण रहा, क्योंकि कई बार गेंद बल्ले का किनारा लेकर हवा में गई, लेकिन फील्डरों के हाथों में नहीं ठहरी।
साउथ अफ्रीका ने पहले विकेट के लिए 50 रनों की साझेदारी की और लग रहा था कि घर की परिस्थितियों में मेजबान टीम एक बार फिर भारत को बैकफुट पर धकेल देगी। हालांकि, खेल का असली मोड़ तब आया जब भारत ने पहला विकेट हासिल किया। इसके बाद भारतीय गेंदबाजों ने रफ्तार पकड़ी।
कुलदीप यादव का फिरकी जादू—बदला मैच का रुख
पहले दिन भारत के सबसे चमकते सितारे रहे कुलदीप यादव। स्पिन के लिए ज्यादा मदद न देने वाली पिच पर भी कुलदीप ने अपनी लाइन, लंबाई और क्विक टर्न से साउथ अफ्रीकी बल्लेबाजों को परेशान कर दिया। उन्होंने जैसे ही अपनी लय पकड़ी, विकेटों की झड़ी लगा दी।
उन्होंने मध्य क्रम के तीन अहम बल्लेबाजों को पवेलियन भेजकर पारी का पूरा ग्राफ बदल दिया। कुलदीप की गेंदें तेज़ी से टर्न ले रहीं थीं और कई बार बल्लेबाज उनके फ्लिपर और गूगली को समझ ही नहीं पाए।
उनकी गेंदबाज़ी का असर यह रहा कि साउथ अफ्रीका, जो एक समय 150/2 पर मजबूत दिख रही थी, देखते ही देखते 210 पर पहुंचते–पहुंचते 5 विकेट गंवा बैठी। कुलदीप के इन तीन विकेटों ने भारत को ऐसी वापसी दिलाई, जिसकी उसे बेहद जरूरत थी।
भारतीय तेज़ गेंदबाज़ों ने भी छोड़ी छाप
हालांकि पहले दिन का बड़ा आकर्षण कुलदीप यादव रहे, लेकिन तेज़ गेंदबाज़ों ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह ने नई गेंद से अच्छी लाइन पर गेंदबाज़ी की और विपक्षी बल्लेबाजों को खुलकर खेलने से रोके रखा।
बुमराह ने अपनी धारदार गेंदबाज़ी से शुरुआती झटका दिया और आफ स्टंप पर पिच होने वाली गेंदों से बल्लेबाज़ों को लगातार परेशान किया। वहीं, शमी ने रिवर्स स्विंग के संकेत देते हुए विपक्षी टीम को आसानी से रन नहीं बनाने दिए।
साउथ अफ्रीकी बल्लेबाजों की संघर्ष भरी पारी
साउथ अफ्रीका की ओर से मध्यक्रम में थोड़ी देर टिके रहे बल्लेबाजों ने टीम के स्कोर को संभालने की कोशिश जरूर की। चौथे विकेट के लिए 40 रनों की साझेदारी ने टीम को स्थिरता दी। लेकिन इसके तुरंत बाद भारतीय गेंदबाज़ों ने दो तेज़ विकेट लेकर मेजबान टीम को दबाव में डाल दिया।
दिन के अंत तक साउथ अफ्रीका 247/6 पर खड़ी है, जो पहले सेशन की तुलना में कहीं कमजोर स्थिति मानी जाएगी। यदि भारत दूसरे दिन जल्दी विकेट निकाल लेता है, तो साउथ अफ्रीका को 300 रन के अंदर रोकने की पूरी संभावना है।
मैच की रणनीतिक तस्वीर – भारत ने की मजबूत वापसी
दूसरे टेस्ट मैच में भारत का यह प्रदर्शन पिछले मैच की तुलना में कहीं बेहतर रहा। जहां सेंचुरियन टेस्ट में भारतीय गेंदबाज लगातार संघर्ष करते दिखे थे, वहीं इस मैच में टीम का एप्रोच और अनुशासन दोनों ही प्रभावशाली नजर आए।
कुलदीप यादव का आक्रमण, बुमराह की सटीक लाइन और शमी की निरंतरता, तीनों ने मिलकर साउथ अफ्रीका को बड़े स्कोर से रोके रखा। टीम इंडिया की फील्डिंग भी काफी बेहतर दिखी। स्लिप में रोहित शर्मा और यशस्वी जायसवाल ने बेहतरीन कैच पकड़े और कोई ढिलाई नहीं दिखाई।
दूसरे दिन भारत की रणनीति क्या होगी?
दूसरे दिन भारत का पहला लक्ष्य होगा साउथ अफ्रीका को 300 रन से नीचे रोकना। नई गेंद जल्द उपलब्ध होगी, जिसका फायदा भारतीय तेज़ गेंदबाज़ उठा सकते हैं। पिच में गेंदबाज़ों को थोड़ी मदद मिली है और समय के साथ स्पिनरों को भी सहायता मिल सकती है।
अगर भारत शुरुआती एक से दो घंटे में मेजबान टीम को समेट लेता है, तो बल्लेबाजी के लिए यह पिच काफी अच्छी रहेगी। एक बार फिर भारतीय ओपनरों की परीक्षा होगी कि वे विदेशी परिस्थितियों में टीम को ठोस शुरुआत दिला सकें।
रोमांचक मुकाबले की शुरुआत
पहले दिन के खेल ने यह साफ कर दिया है कि यह टेस्ट मैच एकतरफा नहीं होने वाला। साउथ अफ्रीका ने अच्छी शुरुआत की, लेकिन भारत ने दमदार वापसी करते हुए मैच को बराबरी पर ला दिया है। कुलदीप यादव की फिरकी और भारतीय तेज़ गेंदबाज़ों की धार ने पहले दिन को टीम इंडिया के पक्ष में मोड़ दिया है।
दूसरे दिन का खेल दोनों टीमों के लिए बेहद महत्वपूर्ण होगा और यह तय करेगा कि कौन सी टीम मैच में बढ़त बनाती है।