गुमला। जिले के घाघरा थाना क्षेत्र से एक हृदयविदारक घटना सामने आई है, जहां 16 वर्षीय दसवीं कक्षा के छात्र ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक छात्र की पहचान राजकुमार उरांव के रूप में हुई है, जो गढ़ा पाट के एक आवासीय स्कूल में पढ़ाई कर रहा था और इस वर्ष मैट्रिक बोर्ड की परीक्षा देने वाला था। यह घटना कोहिपाट डिपाटोली गांव की है, जिसने पूरे क्षेत्र में शोक और सदमे की लहर फैला दी है।

बीमारी से परेशान था छात्र, चल रहा था इलाज
परिजनों के अनुसार राजकुमार पिछले कुछ समय से गंभीर रूप से बीमार था। उसकी हालत बिगड़ने पर मंगलवार को उसे गुमला सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां जांच के बाद डॉक्टरों ने दवा दी। परिवार का कहना है कि बीमारी के कारण वह मानसिक रूप से भी तनाव में था, हालांकि अब तक आत्महत्या की स्पष्ट वजह सामने नहीं आई है।
परिवार खेत में था, लौटकर देखा दर्दनाक दृश्य
घटना बुधवार की है। सुबह घर के सभी सदस्य धान कटाई के लिए खेत चले गए थे, जबकि राजकुमार की तबीयत खराब होने के कारण वह घर में अकेला था। दोपहर में जब परिवार लौटा, तो उन्होंने देखा कि छात्र कमरे में मफलर के सहारे फंदे पर लटका हुआ है। परिजनों ने तुरंत ही इसकी सूचना घाघरा थाना पुलिस को दी।
पुलिस ने शव बरामद कर भेजा पोस्टमॉर्टम के लिए
सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची और पंचनामा कर शव को कब्जे में लिया। गुरुवार को गुमला सदर अस्पताल में पोस्टमॉर्टम कराया गया। पुलिस के अनुसार, घटना स्थल से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है, और वास्तविक कारणों का पता लगाने के लिए जांच जारी है।
ग्रामीणों में शोक, शांत स्वभाव का था छात्र
गांव के लोगों का कहना है कि राजकुमार विनम्र स्वभाव का और पढ़ाई में अच्छा था। आगामी बोर्ड परीक्षा को लेकर वह तैयारियां कर रहा था, लेकिन बीमारी और कमजोरी के कारण काफी परेशान रहता था। ग्रामीणों और परिवार का अनुमान है कि इसी शारीरिक व मानसिक दबाव के कारण उसने यह कदम उठाया होगा।
पुलिस सभी पहलुओं पर जांच में जुटी
घाघरा थाना प्रभारी ने बताया कि परिजनों, स्कूल प्रबंधन और आसपास के लोगों से पूछताछ की जा रही है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत की वजहों की आधिकारिक पुष्टि हो सकेगी। पुलिस आत्महत्या के संभावित कारणों — बीमारी, मानसिक तनाव, पढ़ाई का दबाव या पारिवारिक स्थिति — सभी पहलुओं पर जांच कर रही है।
यह समाचार पुलिस एवं स्थानीय सूत्रों से प्राप्त जानकारी पर आधारित है। घटना से जुड़े तथ्यों में आगे चलकर परिवर्तन संभव है। आधिकारिक पुष्टि के लिए संबंधित विभाग की सूचना का इंतजार करना चाहिए।
