Weather Update: झारखंड में फिर बदलेगा मौसम का मिजाज: 12 से 15 जुलाई तक कई जिलों में बारिश के आसार, आकाशीय बिजली की भी चेतावनी।

झारखंड में एक बार फिर मौसम में बदलाव के संकेत नजर आने लगे हैं। बीते कुछ दिनों से जहां राज्य के कुछ हिस्सों में तेज धूप और उमस ने लोगों को परेशान किया, वहीं अब भारतीय मौसम विज्ञान विभाग, रांची केंद्र ने आगामी दिनों के लिए राहत भरी खबर दी है। मौसम विभाग के अनुसार, 12 जुलाई से 15 जुलाई के बीच झारखंड के कई जिलों में हल्की से मध्यम स्तर की बारिश होने की संभावना है।
इस दौरान खासकर उत्तर-पश्चिमी, मध्य और उत्तर-पूर्वी जिलों में मौसम ज्यादा सक्रिय रह सकता है। लोगों को आकाशीय बिजली और गरज-चमक के साथ बारिश के लिए सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
11 जुलाई को भी कई जिलों में बरसे बदरा
मौसम विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक, 11 जुलाई को राज्य के उत्तर-पश्चिम, मध्य और उत्तर-पूर्व हिस्सों में भी आंशिक स्थानों पर गर्जन और हल्की वर्षा दर्ज की गई। कहीं-कहीं पर तेज हवाएं भी चलीं, जिससे तापमान में हल्की गिरावट महसूस की गई।
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि बंगाल की खाड़ी में बन रहे कम दबाव के क्षेत्र और दक्षिण-पश्चिम मानसून की सक्रियता की वजह से राज्य में यह परिवर्तन देखने को मिल रहा है। आने वाले कुछ दिन किसानों और आम लोगों के लिए राहत लेकर आ सकते हैं।
इन जिलों में ज्यादा सक्रिय रहेगा मानसून
विभाग ने जिन क्षेत्रों में ज्यादा सावधानी बरतने की बात कही है, उनमें पलामू, गढ़वा, रांची, लोहरदगा, गुमला, हजारीबाग, कोडरमा, धनबाद, पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम और सरायकेला-खरसावां शामिल हैं।
इन जिलों में स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभाग को अलर्ट पर रहने को कहा गया है। साथ ही किसानों को भी सलाह दी गई है कि वे मौसम की जानकारी पर नजर रखें और खेतों में अनावश्यक गतिविधियों से बचें।
तापमान में गिरावट और उमस से राहत की उम्मीद
राज्य के कई जिलों में दिन का तापमान 35 डिग्री सेल्सियस के पार जा चुका था, लेकिन अब आने वाली बारिश से इसमें गिरावट की उम्मीद है। मौसम विभाग का कहना है कि बारिश के साथ तापमान 2 से 4 डिग्री तक घट सकता है, जिससे उमस और गर्मी से परेशान लोगों को राहत मिलेगी।
झारखंड में मानसून फिर से सक्रिय होता दिख रहा है। अगले कुछ दिन जहां किसानों के लिए राहत बन सकते हैं, वहीं आम जनजीवन पर भी इसका असर पड़ेगा। मौसम विभाग की सलाह को ध्यान में रखते हुए लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है, ताकि वे किसी भी आपदा या असुविधा से सुरक्षित रह सकें।

