देवघर, 14 नवम्बर 2025 — झारखंड राज्य के 25वें स्थापना दिवस की पूर्व संध्या पर ए.एस. महाविद्यालय, देवघर के अंग्रेजी विभाग द्वारा रजत जयंती समारोह का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम में महाविद्यालय के विभिन्न विभागों के शिक्षक, शिक्षकेत्तर कर्मचारी और बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं शामिल हुए। इस विशेष अवसर पर “Jharkhand @ 25: Its Past, Present and Future” विषय पर निबंध लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।

कार्यक्रम की भव्य शुरुआत अंग्रेजी विभागाध्यक्ष डॉ. अरविंद कुमार झा द्वारा मुख्य अतिथि तथा महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. त्रिपुरारी प्रसाद सिंह, साथ ही अन्य आमंत्रित अतिथियों का पुष्पगुच्छ देकर स्वागत करने के साथ हुई। इसके बाद दीप प्रज्वलन तथा धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा के चित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का औपचारिक उद्घाटन किया गया।
प्राचार्य डॉ. टी.पी. सिंह ने अपने संबोधन में झारखंड गठन के 25 वर्षों की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह अवसर राज्य की सांस्कृतिक विरासत, संघर्ष और विकास यात्रा को याद करने का है। उन्होंने विद्यार्थियों को राज्य के निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रेरित किया।
इस अवसर पर बनस्पति विभागाध्यक्ष डॉ. अशोक कुमार, मनोविज्ञान विभाग की डॉ. पुष्पलता, संस्कृत विभागाध्यक्ष डॉ. भारती प्रसाद, इतिहास विभाग के डॉ. नंदन द्विवेदी ने भी झारखंड स्थापना दिवस की शुभकामनाएँ देते हुए अपने विचार रखे। सभी वक्ताओं ने राज्य के गौरवशाली इतिहास, जनजातीय परंपराओं, शिक्षा के विस्तार और बेहतर भविष्य निर्माण की आवश्यकता को महत्वपूर्ण बताते हुए विद्यार्थियों को समाज निर्माण में योगदान के लिए प्रेरित किया।
निबंध प्रतियोगिता के परिणाम
निबंध लेखन प्रतियोगिता में महाविद्यालय के कई विभागों के छात्रों ने भाग लिया। निर्णायक मंडल ने विषय की प्रस्तुति, भाषा शैली, विश्लेषण क्षमता और रचनात्मकता के आधार पर परिणाम घोषित किए।
विजेता प्रतिभागी इस प्रकार रहे—
प्रथम स्थान: पुरुषोत्तम कुमार तिवारी (अंग्रेजी विभाग)
द्वितीय स्थान: इशू राणा (बीसीए विभाग)
तृतीय स्थान: पूजा भारती (बी.एड. विभाग)
चौथा स्थान: सत्यम राज (अंग्रेजी विभाग)
पांचवा स्थान: अपराजिता कुमारी (गणित विभाग)
प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को ट्रॉफी तथा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया, जबकि अन्य प्रतिभागियों को भी प्रोत्साहन स्वरूप प्रमाण पत्र दिए गए।
निर्णायक मंडल
निबंध प्रतियोगिता का मूल्यांकन संस्कृत विभाग की डॉ. भारती प्रसाद, डॉ. राणा प्रताप सिंह, भूगर्भ शास्त्र विभाग के डॉ. अम्बर जेबियर केरकेट्टा तथा इतिहास विभाग की डॉ. अशुंता हेम्ब्रम द्वारा किया गया। निर्णायकों ने सभी प्रतिभागियों की रचनात्मक ऊर्जा और विषय पर उनकी पकड़ की सराहना की।
कार्यक्रम संचालन और धन्यवाद ज्ञापन
कार्यक्रम का संचालन अंग्रेजी विभाग के प्रो. सोनू कुमार मेहता ने अत्यंत प्रभावशाली और गरिमामय अंदाज़ में किया।
धन्यवाद ज्ञापन एवं कार्यक्रम के विषय प्रवेश का कार्य अंग्रेजी विभाग की प्रो. आशा बेसरा ने किया। उन्होंने महाविद्यालय प्रशासन, सभी विभागाध्यक्षों, निर्णायकों और उपस्थित विद्यार्थियों के प्रति आभार प्रकट किया।
बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति
कार्यक्रम में अन्य शिक्षकों में डॉ. मनोज कुमार गुप्ता, डॉ. हुसैन शेख समेत कई शिक्षक उपस्थित रहे। शिक्षकेत्तर कर्मचारियों में प्रधान सहायक धीरेंद्र कुमार राय, सुनील जी सहित अन्य कर्मचारी भी मौजूद थे। सैकड़ों की संख्या में उपस्थित छात्र-छात्राओं में आकांक्षा, सुमैया, मेघा, किट्टू, रिया, मैरी, अंजलि, सरिता, प्रीति, सिमरन, रोशनी, पलक, अलिशा, शिवम, शुभम, कृष्ण, अनुभव, प्रीतम, आदि के नाम उल्लेखनीय हैं।
राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन
कार्यक्रम का सफलतापूर्वक समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ। रजत जयंती समारोह ने महाविद्यालय में एक नई ऊर्जा का संचार किया तथा झारखंड के गौरवशाली इतिहास और उज्ज्वल भविष्य के प्रति विद्यार्थियों में उत्साह और जागरूकता बढ़ाई।
