देवघर/मोहनपुर। मोहनपुर थाना क्षेत्र स्थित जेप-5 परिसर में शुक्रवार की सुबह एक दर्दनाक और चौंकाने वाली घटना ने पूरे पुलिस विभाग को झकझोर कर रख दिया। राइफल हैंडलिंग के दौरान अचानक चली गोली ने हवलदार शिवपूजन पाल की मौके पर ही जान ले ली। परिसर में उस समय मौजूद जवानों ने जैसे ही गोली चलने की आवाज सुनी, पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। हर कोई घटना स्थल की ओर दौड़ पड़ा, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। हवलदार शिवपूजन पाल जमीन पर गिर चुके थे और उनकी सांसें थम चुकी थीं।

घटना की सूचना मिलते ही देवघर एसपी सौरभ कुमार तत्काल पुलिस बल के साथ जेप-5 परिसर पहुंचे और पूरे मामले का निरीक्षण किया। उन्होंने घटनास्थल पर मौजूद जवानों और अधिकारियों से बातचीत कर घटना की प्रारंभिक जानकारी हासिल की। एसपी ने बताया कि “प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट होता है कि राइफल प्रभार लेने (रिसीव/हैंडओवर प्रक्रिया) के दौरान दुर्घटनावश गोली चली। यह एक आकस्मिक घटना प्रतीत होती है।”
फॉरेंसिक टीम करेगी तकनीकी जांच
एसपी सौरभ कुमार ने कहा कि मामले की गहन जांच की जा रही है और किसी भी एंगल को नजरअंदाज नहीं किया जाएगा। इसी को ध्यान में रखते हुए रांची से विशेष फॉरेंसिक टीम को भी बुलाया गया है। यह टीम हथियार की स्थिति, गोली चलने के एंगल, कारतूस के निशान, और आस-पास के तकनीकी सबूतों की विस्तृत जांच करेगी।
उन्होंने बताया कि घटना कैसे हुई, अचानक गोली कैसे चली, क्या सुरक्षा मानकों में कोई चूक हुई, या कोई अन्य कारण मौजूद था—इन सभी बिंदुओं की जांच फॉरेंसिक रिपोर्ट के बाद ही स्पष्ट हो पाएगी। पुलिस प्रशासन के अनुसार, किसी भी दुर्घटनात्मक घटना को भी गंभीरता से लेना जरूरी है, इसलिए जांच व्यापक स्तर पर की जा रही है।
राइफल जब्त, शव को भेजा गया पोस्टमार्टम के लिए
घटना के बाद पुलिस ने संबंधित राइफल को जब्त कर लिया है, जिसे फॉरेंसिक जांच के लिए सुरक्षित रखा गया है। वहीं हवलदार शिवपूजन पाल के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के वास्तविक कारण की आधिकारिक पुष्टि होगी।
साथियों ने बताया—शांत, कर्तव्यनिष्ठ और अनुशासित थे शिवपूजन पाल
जेप-5 परिसर में काम कर रहे साथी जवानों ने बताया कि हवलदार शिवपूजन पाल एक शांत स्वभाव, अनुशासित, और कर्तव्यनिष्ठ पुलिसकर्मी थे। वे हमेशा नियमों का पालन करते थे और सभी के प्रिय थे। साथी जवान भावुक हो उठे और कहा कि अचानक हुई इस घटना ने उन्हें गहरा सदमा दिया है।
कई जवानों ने कहा कि शिवपूजन पाल अनुभवशील पुलिसकर्मी थे और इस तरह की दुर्घटना का होना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।
पुलिस विभाग में छाया मातम
इस घटना के बाद पूरा पुलिस विभाग शोक में डूब गया है। मोहनपुर और देवघर जिला पुलिस लाइन में जवानों और अधिकारियों ने हवलदार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की। विभागीय सूत्रों का कहना है कि आने वाले दिनों में उनके सम्मान में एक श्रद्धांजलि सभा भी आयोजित की जाएगी।
देवघर एसपी ने हवलदार के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि विभाग हर संभव सहायता प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि “हवलदार शिवपूजन पाल की आकस्मिक मौत पुलिस विभाग के लिए बड़ी क्षति है। वे एक मेहनती और ईमानदार पुलिसकर्मी थे।”
परिवार में मचा कोहराम, ग्रामीण क्षेत्र में शोक
घटना की सूचना जैसे ही हवलदार शिवपूजन पाल के पैतृक गांव पहुंची, परिवार में कोहराम मच गया। परिजन इस घटना पर विश्वास ही नहीं कर पा रहे हैं कि सुबह घर से ड्यूटी पर निकले शिवपूजन अब लौटकर नहीं आएंगे। गांव वालों ने भी इस घटना को दुखद बताया और कहा कि शिवपूजन अपने परिवार के इकलौते सहारे थे।
जांच रिपोर्ट पर टिकी निगाहें
फिलहाल पुलिस की जांच और फॉरेंसिक टीम की तकनीकी रिपोर्ट पर सभी की निगाहें टिकी हैं। पुलिस विभाग का कहना है कि रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।
क्या यह महज एक दुर्घटनावश चली गोली थी?
या फिर सुरक्षा प्रक्रिया में किसी प्रकार की चूक?
इन सवालों का जवाब जांच पूरी होने के बाद ही सामने आएगा।
जेप-5 परिसर में हुई यह घटना पुलिस बल के लिए बड़ी सीख है कि हथियारों के हैंडलिंग, प्रभार, और सुरक्षा नियमों में किसी भी प्रकार की लापरवाही कैसे जानलेवा साबित हो सकती है। पूरे जिला पुलिस ने हवलदार शिवपूजन पाल को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उनकी सेवा और समर्पण को हमेशा याद रखा जाएगा।
