देवघर। संविधान निर्माता, भारत रत्न, शोषित – पीड़ितों की आवाज और करोड़ों कमजोर वर्गों के मसीहा डॉ. भीमराव अंबेडकर की 69वीं पुण्यतिथि पर जहां पूरा देश शोक दिवस मना रहा था, वहीं देवघर में भीम आर्मी व आजाद समाज पार्टी ने उनके परिनिर्वाण दिवस को ब्लैक डे के रूप में मनाते हुए उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की। देवघर प्रखंड के राजाडीह गांव में आयोजित इस कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं ने बाबा साहब के तैलचित्र पर पुष्प अर्पित कर दो मिनट का मौन धारण किया और उनके जीवन दर्शन को याद किया।

कार्यक्रम की शुरुआत बाबा साहब के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुई। मौके पर उपस्थित वक्ताओं ने कहा कि बाबा साहब ने अपना पूरा जीवन देश के वंचित, शोषित, दलित, महिलाओं और कमजोर वर्गों के अधिकारों के लिए समर्पित कर दिया। भारत का संविधान सिर्फ एक दस्तावेज नहीं, बल्कि सामाजिक समानता और न्याय का सबसे बड़ा आधार है, जिसे डॉ. अंबेडकर ने दुनिया में सबसे आधुनिक और वैज्ञानिक रूप में देश को दिया।
भीम आर्मी देवघर जिलाध्यक्ष कमलेश कुमार ने कहा कि आज के दिन हम सिर्फ श्रद्धांजलि नहीं देते, बल्कि बाबा साहब के आदर्शों और संघर्षों को आगे ले जाने का संकल्प लेते हैं। उन्होंने कहा कि समाज में आज भी कई वर्गों को उनके अधिकार पूरी तरह नहीं मिल रहे हैं, इसलिए बाबा साहब द्वारा बताए गए संविधानिक मूल्यों को लागू करने के लिए संघर्ष जारी रखना जरूरी है।
आजाद समाज पार्टी के जिलाध्यक्ष कृष्णा कुमार ने कहा कि डॉ. अंबेडकर ने हमेशा शिक्षा और संगठन पर जोर दिया। उन्होंने स्पष्ट कहा था कि “शिक्षित बनो, संगठित बनो और संघर्ष करो।” इसी संदेश को आत्मसात करते हुए युवाओं को आगे बढ़कर समाज में जागरूकता लानी होगी। उन्होंने कहा कि आज ब्लैक डे इसलिए मनाया जाता है ताकि समाज इस बात को समझ सके कि समानता और अधिकारों की लड़ाई अभी पूरी तरह खत्म नहीं हुई है।
इस कार्यक्रम में मौजूद कार्यकर्ताओं ने एक स्वर में कहा कि बाबा साहब का मिशन तब तक अधूरा है, जब तक देश का हर व्यक्ति शिक्षित, आत्मनिर्भर और अधिकारों के प्रति जागरूक नहीं हो जाता। बैठक के दौरान सामाजिक भेदभाव, शिक्षा में समानता, संविधानिक अधिकारों की रक्षा और युवाओं में जागरूकता फैलाने पर भी चर्चा हुई।
कार्यक्रम में शामिल संजय दास, रवि रंजन, युवराज कुमार, प्रफुल कुमार, अमरेश कुमार दास, सुनील दास, पिंटू कुमार दास, चंदन कुमार, मुचकुन्द कुमार, अशुतोष कुमार, विजय कुमार दास, पलटन कुमार दास, रमेश मेहरा, मुन्ना कुमार, राजा कुमार समेत दर्जनों कार्यकर्ताओं ने बाबा साहब के मिशन को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया।
स्थानीय ग्रामीणों ने भी कार्यक्रम में भाग लिया और कहा कि बाबा साहब का योगदान सिर्फ संविधान तक सीमित नहीं है, बल्कि उन्होंने वंचित समाज को नई पहचान दी। उनके विचार आज भी भारतीय समाज को दिशा दे रहे हैं और युवाओं को प्रेरित कर रहे हैं।
कार्यक्रम का समापन संविधान की प्रस्तावना का सामूहिक वाचन करते हुए किया गया। कार्यकर्ताओं ने कहा कि संविधान की रक्षा, सामाजिक न्याय और समता स्थापित करने के लिए वे लगातार सक्रिय रहेंगे। राजाडीह गांव में आयोजित यह श्रद्धांजलि कार्यक्रम बताता है कि बाबा साहब का प्रभाव आज भी उतना ही प्रासंगिक है, जितना उनके जीवनकाल में था।
