अंतर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश
झारखंड के जामताड़ा में पुलिस ने एक बड़े अंतर्राज्यीय शराब तस्करी गिरोह का भांडा फोड़ दिया। पुलिस ने 45 लाख रुपये कीमत की अवैध विदेशी शराब जब्त की और चार तस्करों को गिरफ्तार किया। गिरोह शराब को तस्करी कर बिहार ले जाने की फिराक में था।
गुप्त सूचना के आधार पर बनी विशेष टीम
पुलिस अधीक्षक राज कुमार मेहता ने बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि गोविंदपुर से नारायणपुर थाना क्षेत्र के पांडेयडीह मोड़ होते हुए तीन वाहनों में शराब तस्करी की जा रही है। इस सूचना के आधार पर एसपी के निर्देश पर एसडीपीओ विकास आनंद लागुरी के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई।
सख्त वाहन जांच में तीन गाड़ियां रोकी गईं
रविवार को टीम ने पांडेयडीह मोड़ पर सख्त वाहन जांच अभियान चलाया। इसी दौरान डीसीएम (WB-51C-5752), ह्युंडई औरा (JH09-AW-1734) और मारुति सुजुकी स्विफ्ट (JH10-DC-4782) गाड़ियों को रोका गया, जो एक साथ जा रही थीं।
डीसीएम में कुरकुरे की बोरी के पीछे छिपी शराब मिली
जांच में डीसीएम वाहन से कुरकुरे की बोरियों के पीछे छिपाकर रखी गई 210 पेटी रॉयल स्टैग ब्रांड की नकली विदेशी शराब और 78 गैलन स्पिरिट बरामद हुई। यह बरामदगी साफ दिखाती है कि शराब को छिपाने के लिए किस तरह की चालाकी अपनाई गई थी।
अन्य दो वाहनों से भी मिली शराब की खेप
ह्युंडई औरा से 98 पेटी और मारुति स्विफ्ट से 7 पेटी अवैध विदेशी शराब बरामद हुई। कुल 225 पेटियों में 5400 बोतल (2025 लीटर) नकली शराब तथा 3120 लीटर स्पिरिट पकड़ी गई। बरामद माल की कीमत बिहार में करीब 45 लाख रुपये से अधिक आंकी गई है।
चार तस्कर गिरफ्तार, नकद और दस्तावेज जब्त
मौके से चार तस्कर — दारा सिंह, चंदर मंडल, मोहम्मद रहीम अंसारी और संतोष पासवान — को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने तीन वाहन, मोबाइल फोन, आधार-पैन कार्ड और 33,000 रुपये नकद भी बरामद किए। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि अवैध शराब के खिलाफ अभियान लगातार जारी रहेगा।
बिहार था गिरोह का मुख्य निशाना
जांच में पुष्टि हुई कि गिरोह इन शराब की खेप को बिहार भेजने वाला था, जहां प्रतिबंधित शराब की तस्करी का बड़ा नेटवर्क सक्रिय है। इससे पहले ही पुलिस ने कार्रवाई कर तस्करों की पूरी योजना फेल कर दी।
यह समाचार स्थानीय पुलिस द्वारा दिए गए आधिकारिक बयानों और प्राप्त सूचनाओं पर आधारित है।

